पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) को बड़ा झटका लगा है. पूर्व सांसद मीना सिंह (Former MP Meena Singh) ने जेडीयू से इस्तीफा दे दिया है. पटना के मौर्या होटल में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीना सिंह ने इसकी घोषणा की है. मीना सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार से वह अलग नहीं होना चाहती थीं, लेकिन जिस तरीके से उन्होंने जंगलराज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है बिहार की जनता डर गई है. पुराने दौर की वापसी दिख रही है. जेडीयू के साथ मेरा रहना नाइंसाफी होता.


मीना सिंह ने कहा कि 2014 में भी वह नीतीश कुमार के साथ रहीं जबकि बहुत सारे लोग छोड़ कर उन्हें चले गए. जेडीयू को उन्होंने कभी नहीं भूला. 2015 में भी बिहार में महागठबंधन बना, लेकिन आम-अवाम को इसलिए चिंता नहीं हुई क्योंकि पूरी मजबूती से नेतृत्व नीतीश कुमार के पास ही रहा. भ्रष्टाचार के छींटे सहयोगी दल पर लगे तो बिना देर किए नीतीश कुमार ने नाता तोड़ लिया. आज की स्थिति दूसरी और बहुत ही भयावह है.


बिहार में अपराधी कर रहे तांडव


बिहार की महागठबंधन सरकार पर मीना सिंह ने हमला बोला. कहा कि जब से यह सरकार बनी है पूरे बिहार में अपराधी तांडव कर रहे हैं. अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं. ऐसा लग रहा है कि 2005 के पूर्व की तरह खास तरह के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने से रोक दिया गया है. जनता परेशान है. जंगल राज रिटर्न साफ-साफ दिख रहा है, लेकिन नीतीश कुमार को कोई फिक्र नहीं है.


कई और नेताओं ने भी दिया इस्तीफा


पूर्व सांसद मीना सिंह ने कहा कि सबसे दुखद पल तो वो रहा जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया. इसके बाद तो वह विचलित हो गईं. उनके लोग कहने लगे कि अब जेडीयू में क्या बचा है. आगे वह क्या करेंगी इस पर कहा कि अपने समर्थकों के साथ बैठक कर विचार करेंगी. बिहार हित में जो मंजूर होगा उसी रास्ते पर चलेंगी. मीना सिंह के साथ बड़ी संख्या में दूसरे नेताओं ने भी जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.


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