पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो गई है. ऐसे में सभी चुनावी तैयारियों में लगी हुई हैं. इसी क्रम में बिहार के भवन निर्माण मंत्री और जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने सोमवार को एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बक्सर में दलित महिला का गैंगरेप, सात निश्चय पार्ट-2 समेत बिहार चुनाव से जुड़े अन्य मुद्दों पर खास बात की.
बक्सर की घटना पर सरकार संवेदनशील
बक्सर गैंगरेप के संबंध में उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं में पुलिस यदि संवेदनशील नहीं रहती है तो निश्चित रूप से वैसे लोगों पर कार्यवाई होनी चाहिए. हमें जानकारी मिली है कि उसमें गिरफ्तारी हुई है और जो भी लोग शामिल होंगे उन्हें दंडित किया जाएगा. ऐसी घटनाओं में संलिप्त किसी व्यक्ति को सरकार छोड़ने वाली नहीं है. पापी लोगों की वजह से ऐसी घटनाएं हो जाती है इसमें समाज को भी जागरूक होने की जरूरत है. हमारी सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है, जो भी लोग इस तरह की घटनाओं में शामिल हैं, उनपर तुरंत कार्यवाही की जाए और जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो, स्पीडी ट्रायल कर उन्हें सजा दी जाए.
नीतीश को बीजेपी पर भरोसा
अशोक चौधरी ने कहा कि बीजेपी के लोगों ने जिस तरह से प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ-साफ कहा है कि जो नीतीश कुमार को नेता मानेगा वही हमारे गठबंधन का पार्ट होगा और हमलोग नीतीश के नेतृत्व में चुनाव में है और उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाने का प्रयास करेंगे. इससे ये कंफ्यूजन खत्म है और अभी-अभी रामविलास पासवान का निधन हुआ है तो ऐसे में उनकी पार्टी ऐसा क्यों कर रही हैं जबकि ये उचित समय नहीं है और जब उचित समय आएगा तो इसपर भी हम बोलेंगे.
नीतीश वर्चुअल के साथ एक्चुअल रैली भी करेंगे
कोरोना काल में जन सभाओं को लेकर उन्होंने कहा कि कोविड की स्थिति को देखते हुए मैदान भी चुना हुआ है, भीड़ भी चुना हुआ है. चुनाव भी शार्ट हो गया है, इसलिए हमलोग नीतीश कुमार का चार मीटिंग ही करा पाएंगे जो फील्ड से होगा और जहां नहीं हुआ वहां हमलोग वर्चुअल रैली करेंगे और हमारा प्रयास होगा अधिक से अधिक लोग तक हम पहुंचें.
सात निश्चय पार्ट-2 एनडीए का एजेंडा
उन्होंने कहा कि सात निश्चय पार्ट वन से जनता को फायदा हुआ और अब पार्ट टू में भी कोई ऐसी चीज नहीं है जिससे बीजेपी को कोई एतराज होगा. अगर उनकी भी ऐसी कोई बातें होगी तो उसको भी हमलोग इंक्लूड करेंगे. इसके माध्यम से तीन सेक्टर पर फोकस किया गया है. जैसे हम यूथ को कैसे एड्रेस करें जो हमारे पास संसाधन उपलब्ध है.
दस लाख नौकरी देने का वादा हास्यास्पद
अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी का ये बयान हास्यास्पद है. आप दस लाख सरकारी नौकरी कैसे निकाल पाएंगे? जिन लोगों सरकार चलाया है वो ये चीजें समझते हैं कि यह संभव नहीं, ये बस एक चुनावी घोषणा है. आप उतनी नौकरी का पैसा कहां से देंगे उसका ब्लू प्रिंट क्या है ? आप किसका बजट काटिएगा ? आपको तो 15 साल मौका दिया जनता ने उस समय तो आपका बजट 24 हजार ही था और उसी 24 हजार के बजट को नीतीश कुमार ने 2 लाख 15 हजार कर दिया. 40 करोड़ का बजट था आज वो एक हजार सात सौ करोड़ का बजट है ये कैसे हुआ? आप अल्पसंख्यक की बात करते हैं तो आपके समय में तीन करोड़ का बजट था, आज वो 700 करोड़ का बजट है कैसे हो गया ? काम किया इसलिए न आप ऐसे ही बोल रहे हैं, जिन्होंने गवर्मेंट चलाया है, वो समझ रहे हैं कि तेजस्वी ने क्या बोला है.
नीतीश देंगे युवाओं को रोजगार
उन्होंने कहा कि युवाओं में बेरोजगारी को कम करने के लिए ही तो नीतीश कुमार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की बात कर रहे हैं कि जो हमारे कुटीर उद्योग लगेंगे उसको बाजार तक कैसे ले जाए. नीतीश कुमार ने ग्रामीणों इलाकों को सड़कों से जोड़ा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी विकास हो. आप हमारे और उनके समय का अगर सरकारी नौकरी मुहैया करने का डाटा देखें तो जमीन आसमान का अंतर दिखेगा, और वो कहते हैं कि हमने पहले ये क्यों नहीं किया? वो क्यों नहीं किया? आपने तो नीतीश कुमार को 2005 में ऐसी गाड़ी दी जिसमें न टायर है था, न बैटरी था, न हैंडल था, न हेडलाइट था, न हॉर्न था, तो नीतीश जी पहले बेसिक चीज को ही ठीक करेंगे, उसके बाद ही गाड़ी पटरी पर आएगी, जिस प्रदेश में बिजली-सड़क नहीं थी तो पहले तो हमें इन बेसिक चीजों को ठीक करना था.
नौकरी देने का रोड मैप तैयार
रोजगार देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नौकरी भी हम क्रिएट कर रहे हैं अभी असिस्टेंट प्रोफेसर का जॉब निकाला, यूनिवर्सिटी सर्विस कमीशन से भी जॉब क्रिएट हो रहे हैं और अभी शिक्षकों की भी नौकरी आनी है.
उनके समय से अगर देखें तो हमने उनसे 50 गुना अधिक नौकरियां दी है.
चिराग के पीछे भाजपा है, ऐसा परसेप्शन बनाया जा रहा
ये बस परसेप्शन है और हमें ऐसा नहीं लगता है. हमारा गठबंधन मजबूत है और हम 200 से ज्यादा सीट पर जीत दर्ज करेंगे. लोग अपना पोलटिकल परसेप्शन निकालते हैं और इससे कंफ्यूजन क्रिएट कराना ये सब पॉलिटिक्स का पार्ट है, और अपोजिशन ऐसा चाहती है कि कन्फ्यूजन क्रिएट हो क्योंकि वो जानती है कि ये जो दो चेहरा है नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी का इससे हम लड़ नही सकते हैं तो छल प्रपंच कर रहे हैं. हमारा मुद्दा विकास है और उनका जातीय कॉम्बिनेशन है, हम विकास की बात करते हैं और वो जाति विशेष की बात करते हैं तो उनको लगता है कि हम सामने से जीत नहीं सकते इसलिए छल प्रपंच कर रहे हैं.