गोपालगंजः बिहार सरकार के खान व भूतत्व मंत्री जनक राम (Janak Ram) के दोनों आप्त सचिवों की संसद भवन के फर्जी एंट्री पास बनाने के मामले में गिरफ्तारी के बाद कई तथ्यों का खुलासा होने लगा है. मंत्री जनक राम की मानें तो जब उनका 2019 में लोकसभा से टिकट कट गया और गोपालगंज की सीट जेडीयू के खाते में चली गई तो उनके दिल्ली रहे आप्त सचिव ज्योति भूषण भारती व बबलू आर्या दोनों भाग कर जेडीयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन के लिए कैंपेन करने चले गए. उनसे अपनी रिश्तेदारी जोड़ ली. डेढ़ वर्ष तक दोनों जनक राम यहां से गायब रहे. जब 2021 में मंत्री बने तो दोनों मेरे यहां काम करने लगे.


मंत्री जनक राम ने कहा कि जब दोनों मेरे यहां नही थे, तभी का यह मामला है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि कभी बबलू आर्या दिल्ली में नहीं रहा. वहां तो मेरे पास ज्योति भूषण भारती ही रहता था. डॉक्टर साहब के वॉट्सएप पर बब्लू आर्या का फर्जी इंट्री पास भी ज्योति भूषण ने ही भेजा था. मामला सामने आने के बाद तो स्पष्ट है कि एक बड़े साजिश के तहत हमारे यहां दोनों का इंट्री कराया गया.


इश्वर की कृपा है कि समय रहते इसका पर्दाफाश हो गया नहीं तो दोनों बड़ा कांड कर सकते थे. पूरे साजिश में कौन लोग है. इसका खुलासा होना जरूरी है. अब दोनों दिल्ली क्राइम ब्रांच के गिरफ्त में है तो खुलासा हो जायेगा. निष्पक्ष जांच हो, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो. इसके लिए मैं जांच एजेंसियों का सहयोग कर रहे. जांच में जो गलत पाए जाएंगे उनपर एक्शन हो रहा है. मेरे पास इनलोगों के द्वारा गड़बड़ी की गई है कि नहीं इसका भी इंटरनल जांच कर रहे हैं.


मेरा कोई रिश्तेदार नहीं : सांसद


वहीं, सांसद सह जेडीयू के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार सुमन ने कहा कि गिरफ्तार ज्योति भूषण भारती और बबलू आर्या मेरे कोई रिश्तेदार नहीं हैं. ना ही मेरे यहां कभी कैंपेन किया है. अगर मेरे रिश्तेदार रहते तो मैं उनके खिलाफ क्यों शिकायत करता? इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में ऐसी पुनरावृति किसी के द्वारा नहीं किया जाए.



यह भी पढ़ें- 


भक्त चरण दास को अपशब्द कहकर बुरे फंसे लालू यादव, कांग्रेस ने इस अंदाज में किया पलटवार, पढ़ें BJP और JDU के रिएक्शन


Bihar Panchayat Chunav: सहरसा में मतदान केंद्र से दो सौ मीटर की दूरी पर चली दर्जनों राउंड गोली, एक शख्स जख्मी