पटना: आरजेडी ने बिहार के सभी युवाओं से राज्य में बढ़ रही बेरोजगारी के विरोध में बुधवार यानी आज राज 9 बजे, 9 मिनट के लिए लालटेन, दीया या मोमबत्ती जलाकर बेरोजगारी के खिलाफ चल रही मुहिम में अपनी भागीदारी निभने की अपील की है. आरजेडी के इसी कार्यक्रम पर तंज कसते हुए बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि न्यायपालिका ने तो पितृ ऋण से आपको विमुक्त कर दिया कि आपके पिता कैदखाने में चले गए. अब मातृ ऋण से विमुक्त होना चाहते हैं क्या? जितिया का पर्व है और आज नहाय खाय है. मां अपने पुत्र के सुख समृद्धि और दीर्घायु के लिए कामना के लिए निर्जला वर्त रखती हैं और हाय रे बेरहम कलयुगी पुत्र बिजली बंद कर माता को लालटेन की तपिश में जलाएंगे, यही संस्कार है.


मां को लालटेन की तपिश में जलाने की तैयारी


उन्होंने कहा, "दिन भी चयन किया ऐसा जब मां पुत्र के आयु के लिए कामना के लिए निर्जला व्रत की तैयारी कर रही हो, उस समय आज जब घर-घर बिजली पहुंच गई आप 9 मिनट तक मां को लालटेन की तपिश में जलाने की तैयारी कर रहे हैं. मां, मां होती है. सभी देवी-देवता एक ओर और मां का आशीर्वाद एक ओर इसलिए उसकी आशीर्वाद लीजिए. अगर बद्दुआ लगी तो जीवन में भी दुर्भाग्य होगा, राजनीति तो दुर्भाग्यपूर्ण है ही आपका.''


जमीन दो, नौकरी लो का संस्कार


नीरज कुमार ने कहा, "राजनीति में तो योग्यता का कोई मतलब नहीं है और बिहार में पुलिस की बहाली के लिए अब एक मापदंड तय कर दिया गया. आपके परिवार का तो नौकरी लो जमीन दो का संस्कार रहा है और दस्तावेजी प्रमाण भी हमने दिखाए है. आंकड़े भी इसबात के गवाह हैं कि बिहार में यदि आपको काम करने का मौका मिला तो जिसमें बीपीएससी के चेयरमैन जेल गए, विद्यालय सेवा आयोग के चेयरमैन जेल गए. कुल नियुक्ति 15 वर्ष में 23538 जो आयोग के माध्यम से हुए 19538 और नीतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में आयोग के माध्यम से 1 लाख 53 हजार एक सौ नियुक्ति सुनिश्चित किया, 61491 अभी प्रक्रियाधिन है, शिक्षक नियोजन में 33499 कुल और हमने रोजगार सृजन किया. शिक्षकों का 3 लाख 49 हजार तब भी आपको लज्जा महसूस नहीं होती है.


मां-पिता की कर्म के लिए मांगे माफी


उन्होंने कहा कि हमारी उम्मीद है 15 वर्ष आपका और 15 वर्ष हमारा अगर लगता है आपको आपने ज्यादा काम किया और हमने कम किया है तो आज जितिया का नहाय खाय है और आप अपने माँ-पिता के कर्म के लिए माफी भी मांग रहे हैं तो हमारी उम्मीद है कि आज आप माफी मांगिएगा कि हम 15 वर्ष में रोजगार सृजन नहीं कर पाया.