पटना: सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में सुनवाई करते हुए बुधवार सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर रिएक्शन देते हुए बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा, " सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से जनमानस का न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा प्रगाढ़ हुआ है और उम्मीद बढ़ी है."


उन्होंने कहा, " इस पूरे प्रकरण में हैरतअंगेज यह है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एक तरफ तो सीबीआई जांच की मांग करने का दावा करते हैं, यानी सीबीआई जांच को सही मानते हैं, तो फिर कैदी नंबर 3351 लालू यादव की सजा को भी सही क्यों नहीं मानते? कहते हैं कि हमारे पिता कैदी नंबर 3351 को फंसा दिया गया. ये दोहरा मापदंड क्यों ?"


नीरज कुमार ने कहा, " जब बिहार पुलिस के आईपीएस अधिकारी को क्वरंटाइन किया गया और बिहार पुलिस के क्षेत्राधिकार पर बहस हो रही थी तब तेजस्वी यादव मूक दर्शक बने रहे. जब कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बिहार पुलिस की जांच पर प्रश्नचिन्ह खड़ा किया तब भी तेजस्वी यादव मौन साधे रहे. क्या सिर्फ इसलिए क्योंकि वहां इनके सहयोगी दल कांग्रेस गठबंधन सरकार में शामिल थी.


उन्होंने कहा," इन्होंने न तो कांग्रेस की भूमिका पर कभी सवाल खड़ा किया और न ही महाराष्ट्र सरकार की नीयत पर. आखिरकार आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है और अब सीबीआई जांच की मंजूरी मिलने के साथ ही साथ बिहार पुलिस की जांच को सही करार दिया गया. अब सुशांत सिंह राजपूत की दुखद मृत्यु की जांच से गुनाहगारों का पर्दाफाश होगा."


उन्होंने कहा, " दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों के पटना में FIR दर्ज करवाने के बाद जांच के लिए मुंबई गई बिहार पुलिस की टीम के साथ वहां किए गया असहयोग और पुलिस टीम के नेतृत्व के लिए गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वरंटाइन किया जाना सीधे तौर पर जांच को बाधित करना था."


नीरज कुमार ने कहा, " सुशांत के परिजनों के अनुरोध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की, जिसपर आज सुप्रीम कोर्ट ने भी जांच की अनुमति प्रदान कर दी."