मंत्री शाहनवाज हुसैन बोले- अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को वापस लाना हमारा फर्ज, मायने नहीं रखता धर्म
शाहनवाज हुसैन ने कहा, " अफगानिस्तान में जो हालात हैं, उसको देखते हुए वहां फंसे सभी भारतीयों को लाना हमारा फर्ज है. जो भी भारतीय पासपोर्ट होल्डर होगा, उसे बुलाया जाएगा."
पटना: बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान मंत्री शाहनवाज हुसैन ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा, " अफगानिस्तान की हालत चिंताजनक है. भारत सरकार ने बहुत मुश्किल से अपनी एम्बेसी के लोगों को वहां भेजा है. 120 भारतीयों को निकाल लिया गया है. जो बचे हैं, उन्हें भी लाने का काम जारी है."
अफगानिस्तान की तस्वीर काफी दर्दनाक
उद्योग मंत्री ने कहा, " अफगानिस्तान को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है. तालिबानी जिस तरह की भाषा बोल रहा है, वो जमीनी हकीकत से दूर है. भारत सरकार ने पूरी स्थिति पर नजर बना रखी है. लेकिन वहां की तस्वीर काफी दर्दनाक है. तालिबान दुनिया के लिए खतरा ना बने. जो गारंटी उसने दी उसे उसपर अमल करना चाहिए."
क्या केवल हिंदुओं को अफगानिस्तान से लाया जाएगा के सवाल पर शाहनवाज हुसैन ने कहा, " अफगानिस्तान में जो हालात हैं, उसको देखते हुए वहां फंसे सभी भारतीयों को लाना हमारा फर्ज है. जो भी भारतीय पासपोर्ट होल्डर होगा, उसे बुलाया जाएगा. लोग पहले हिंदुस्तानी हैं, तब कोई जाति या धर्म है. पीएम मोदी सबको साथ लेकर चलने वाले हैं."
केंद्र सरकार की पूरे मामले पर नजर
मंत्री ने कहा, " 120 लोग जो अभी आए हैं, उसमें सारे धर्म के लोग हैं. लेकिन अफगानिस्तान में रहने वाले हिन्दू और सिक्ख जिनको धर्म का खतरा है, उनको हम पहले नागरिकता देंगे. मैं ही फंसा होता तो क्या मुझे नहीं लाते. केंद्र सरकार की पूरे मामले पर नजर है. पीएम मोदी सभी की चिंता करते हैं."
वहीं, बिहार में खादी उद्योग को बढ़ावा देने के संबंध में उन्होंने कहा, " आने वाले दिनों में हम बेहतर मार्केट उपलब्ध करा सकेंगे. हमने खादी संस्थाओं को बढ़ावा देने का विचार बनाया है. इस बाबत खादी संघ के लोगों से मुलाकात की. तालमेल का काम जारी है. बुनकरों को समय पर भुगतान के लिए संस्थाओं को ऋण दिया जा रहा है. छह खादी संस्थाओं को कटिया चरखा दिया गया है."
उन्होंने कहा, " आज ऑनलाइन का जमाना है, इसलिए खादी वस्त्रों की बिक्री ऑनलाइन हो इसका इंतजाम भी कर दिया गया है. बिहार एम्पोरियम को अमेजन से जोड़ दिया है. आजकल आर्गेनिक कपड़ों का दौर है, लोग खादी में इंटरेस्ट ले रहे हैं. बिहार में उद्योग का वातावरण है. हम बड़े उद्योग की चिंता के साथ लघु और कुटीर उद्योग की भी चिंता कर रहे हैं. हम इसे आगे बढ़ाएंगे. अमृत महोत्सव के तहत बिहार के हर जिले में खादी मेला लगाया जाएगा. वहीं, देश के अन्य स्थानों में भी मेले लगाएंगे."
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