नालंदा: साइबर थाना की पुलिस ने शुक्रवार को एक शातिर फ्रॉड को गिरफ्तार (Nalanda News) कर लिया है. बदमाश खुद को बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के सदस्य सह मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परार्मशी मनीष वर्मा बताकर सूबे के अधिकारियों को कॉल कर धमकी व प्रलोभन देते हुए ठगी की तैयारी में था. नालंदा व दूसरे जिले के कई अधिकारियों को शातिर कॉल करता था. सिलाव सीओ ने घटना की प्राथमिकी 14 फरवरी को साइबर थाना में दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस शातिर की तलाश में जुट गई. शातिर को पुलिस ने सोहसराय थाना इलाके स्थित उसके घर से पकड़ा है.
डीएम-सीएस बनकर करता था ठगी
गिरफ्तार बदमाश की पहचान सोहसराय के शृंगारहाट निवासी दिवंगत जगदीश प्रसाद के पुत्र बैजू कुमार के रूप में हुई है. गिरफ्तार शातिर पूर्व में डीएम-सीएस बनकर ठग किया था. बता दें कि खुद को डीएम-सीएस बताकर पदाधिकारियों को कॉल कर पहले इसने ठगी की थी. इसको लेकर वर्ष 2012-13 में पुलिस ने इस शातिर आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
सिलाव के सीओ ने कराई थी प्राथमिकी
इस बार भी शातिर कई अधिकारियों को शिकार बनाने के फिराक में था. इसके लिए वह जाल बिछाने में जुटा था. सिलाव के सीओ के अलावा उसने शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों को कॉल किया था, जिसमें कई एचएम भी शामिल हैं. अधिकारियों को कॉल कर शातिर खुद को मुख्यमंत्री का आप्त सचिव मनीष वर्मा बताते हुए ट्रांसफर व अन्य तरह की धमकी दे रहा था. एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि सिलाव के सीओ शंभू मंडल ने घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. मोबाइल लोकेशन के आधार पर इसकी गिरफ्तारी हुई है.
पूर्व में भी यह जेल जा चुका है- एसपी
एसपी ने बताया कि शातिर खुद को सीएम का सचिव बताकर अधिकारियों कॉल कर उनसे ठगी करने का प्रयास कर रहा था. उसके घर से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. पूर्व में भी यह जेल जा चुका है. वहीं, फ्रॉड के पास से चार मोबाइल बरामद हुआ है. एक मोबाइल में अन्य पदाधिकारी के नाम से ट्रू कॉलर एप्लिकेशन में नाम सेट किया था. मुख्यमंत्री के सचिव के नाम से ठगी करने के बाद अन्य अधिकारी के नाम पर ठगी की तैयारी में था.