औरंगाबाद/मोतिहारीः बिहार में लूट और छिनतई की घटनाओं को देखकर ऐसा लग रहा है कि इन दिनों अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. शुक्रवार को औरंगाबाद और मोतिहारी में छिनतई और लूट की घटना को अंजाम दिया गया. इन दोनों घटनाओं में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है, जिसके आधार पर अब पुलिस आगे मामले की जांच कर रही है.


पहली घटना औरंगाबाद की है जहां सदर प्रखंड के पंचायत सेवक कामाख्या नारायण सिंह से रमेश चौक पर एक अपराधी ने रुपयों से भरा बैग छीना और फरार हो गया. पीड़ित ने बताया कि उसने सरकारी कार्य के लिए रमेश चौक के पास स्टेट बैंक से दो चेक के माध्यम से 2,77,203 रुपये की निकासी की थी. बाहर आकर रुपये से भरे थैले को बाइक की डिक्की में रख ही रहा था कि एक युवक आया और झपट्टा मारकर फरार हो गया.


घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी देख रही पुलिस


घटना के बाद पीड़ित ने वहां तैनात पुलिसकर्मियों को भी इसकी जानकारी दी, लेकिन उसे पकड़ नहीं जा सका. इस संबंध में नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. प्रभारी थानाध्यक्ष डीके शर्मा ने बताया कि कारवाई की जा रही है. मामले में फिलहाल पुलिस घटनास्थल के आसपास में लगी सीसीटीवी देख रही है.


सिविल कोर्ट में पैरवी करने आए व्यवसायी से लूट


सिविल कोर्ट मोतिहारी में मुकदमे की पैरवी करने गुवाहाटी से आए कारोबारी दिलीप प्रसाद से अपराधियों ने 90 हजार रुपये, सोने की चेन और अंगूठी के साथ कुछ जरूरी कागजात छीन लिए. कचहरी चौक और राजाबाजार के बीच पिस्टल दिखाकर इस घटना को अंजाम दिया गया है.


इस दौरान व्यवसायी से सादे कागज पर हस्ताक्षर भी कराया और डेढ़ करोड़ रुपये की मांग भी की. वहीं नहीं देने पर उसके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई. घटना  को लेकर पीड़ित ने पहले फोन से मोतिहारी एसपी को सूचना दी. इसके बाद उसने  नगर थाना मोतिहारी में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया.


रिश्तेदारी में विवाद की बात आ रही सामने


बताया जा रहा कि इन सबके पीछे रिश्तेदारी में विवाद की बात है. व्यवसायी का पुत्र दहेज प्रताड़ना के मामले में न्यायिक हिरासत में है. इसी मामले में पैरवी के लिए दिलीप प्रसाद आया था. इसी बीच अपने बेटे के ससुराल मोतिहारी के सोनारपट्टी निवासी के कुछ लोगों पर इस मामले में आरोप लगाया है.


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