Bihar Politics: बिहार में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ और नतीजे भी आ गए. सभी सीटों पर एनडीए की जीत हुई है. इस बीच एक सीट इमामगंज को लेकर आरजेडी के बागी विधायक चेतन आनंद और सांसद चिराग पासवान के बीच जुबानी जंग जारी है. इमामगंज में चिराग पासवान की गैरमौजूदगी को लेकर चेतन आनंद सवाल उठा रहे हैं. इस बीच एबीपी न्यूज़ ने चेतन आनंद से बात की. उन्होंने बताया कि क्यों वे सवाल उठा रहे हैं और चिंतित हैं.
'हमने सरकार बचाई इसलिए चिंतित हूं'
बीते गुरुवार (28 नवंबर) को एबीपी न्यूज़ से चेतन आनंद ने बात करते हुए अपने पिता आनंद मोहन और रामविलास पासवान की दोस्ती की याद दिलाई. साथ ही उन्होंने नीतीश सरकार को कैसे समर्थन दिया उसकी भी याद दिलाई. उन्होंने कहा, "इस गठबंधन को बचाने में हमारा योगदान है. मैंने अगर साथ नहीं दिया होता तो सरकार नहीं बचती. हमने सरकार बचाई है इसलिए चिंतित हूं. जो व्यक्ति सरकार बचाता है वही व्यक्ति चिंतित होता है. इस सरकार के लिए हमने अपना सब कुछ सौंप दिया था."
'...अब तिलमिला कर रिएक्शन दे रहे'
आगे चेतन आनंद ने कहा, "जब नीतीश कुमार को फ्लोर टेस्ट में साबित करना था तब हम लोग आए. 1998 में जब अटल जी को एक वोट की जरूरत थी तो आनंद जी ने दिया. इमामगंज सीट पर उपचुनाव में क्यों गायब रहे प्रचार से चिराग पासवान? ये सवाल उनसे पूछ रहा हूं. अब तिलमिला कर रिएक्शन दे रहे हैं. आनंद मोहन ने एक सवाल पूछा था कि आप प्रचार में क्यों नहीं पहुंचे थे. उन्होंने हैसियत पूछी हमसे. हमें सामने से ललकारा."
बता दें कि दोनों नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है. एक तरफ चेतन आनंद ने सवाल उठाया है तो दूसरी ओर चिराग ने भी पलटवार करते हुए बड़ा बयान दे चुके हैं. चिराग ने कहा है कि वह (चेतन) हमारे एनडीए गठबंधन के नेता हैं? मैं यह जानना चाहता हूं. वे आरजेडी से विधानसभा चुनाव लड़े थे इसलिए विधिवत तौर पर एनडीए गठबंधन के साथी वह हैं या नहीं? वह एनडीए गठबंधन में हैं तो इस तरह की बयानबाजी उचित नहीं है.
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