भागलपुरः बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन लग चुका है, लेकिन आप सत्ता में हैं तो फिर कुछ भी कर लें कोई डरने की बात नहीं है. दरअसल, मंगलवार की रात नवगछिया बाजार से अस्पताल जाने वाली सड़क को जिला प्रशासन और सदर एसडीओ के आदेश पर सील कर दिया गया था. इसी दौरान रात में जदयू विधायक गोपाल मंडल पहुंचे. उन्होंने बैरिकेडिंग को जबरन हटाकर गाड़ी पास कर लिया. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा.
इधर, मामला बढ़ता देख गोपाल मंडल ने सफाई दी. कहा कि अगर हम किसी को फोन करके बुलाते और हटाने के लिए कहते तो वीडियो कॉलिंग करके मुकदमा कर सकता था, इसलिए हम नहीं कहे. वैसे तो हम राजा हैं. हम सब काम खुद से करते हैं. अपने से बंदूक राइफल लेकर उतरे और अपने से हटाए, फाइटर हैं. आगे उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता को इसलिए नहीं बोलते हैं कि कार्यकर्ता फंस जाएगा. सब काम हम अपने से करते हैं.
सफाई दी गई कि कोविड-19 एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
जदयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि जिला प्रशासन को गिराने उठाने वाली बैरिकेडिंग लगाना चाहिए. हम जल्दी में थे. मुझे भूख भी लगी थी और बाथरूम भी जाना था. लोगों इस मामले के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाने लगे. इसके बाद नवगछिया प्रशासन में अफरातफरी मच गई और जांच के आदेश दिए गए. बाद में सफाई दी गई कि कोविड-19 एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि प्रशासन को जब पता चला कि जदयू विधायक गोपाल मंडल ने बैरिकेडिंग को रात में ही जबरन खोल कर अपना गाड़ी पास कर लिया है तो मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है फिलहाल. जब पूरा घटनाक्रम वायरल हो सोशल मीडिया पर आया तब जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने खुद सोशल मीडिया के माध्यम से सफाई दी.
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