पटना: बिहार विधानसभा में महागठबंधन (Mahagathabandhan) के विधायकों की टूट के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. पार्टी छोड़ने को लेकर कांग्रेस एमएलए (Congress MLA) सिद्धार्थ सौरभ (Siddharth Saurabh) ने मंगलवार को पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी व सीएम नीतीश के कामकाज से प्रभावित होकर कांग्रेस से एनडीए में आज आ गया हूं. अभी बस इतना ही कहना है. बाकी बात बाद में करेंगे.
बीजेपी पर आरजेडी का गंभीर आरोप
बीजेपी ने महागठबंधन को बड़ा झटका दिया है. कांग्रेस और आरजेडी के तीन विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया. कांग्रेस के सिद्धार्थ सौरभ, मुरारी गौतम और आरजेडी की संगीता कुमारी अब बीजेपी में शामिल हो गए. तीनों विधायक विधानसभा में सत्तापक्ष में जाकर बैठे. वहीं, इस प्रकरण के बाद बिहार में बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी का आरोप है कि बीजेपी ने ईडी-सीबीआई का डर दिखाकर और पैसों के दम पर महागठबंधन विधायकों को तोड़ा है.
यह बीजेपी के ऑपरेशन लोटस का नतीजा है- कांग्रेस
आरजेडी और कांग्रेस ने इस पर नाराजगी जाहिर की है. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह टूट नहीं है. यह बीजेपी के ऑपरेशन लोटस का नतीजा है. उन्होंने कहा कि यह लोग हमारे संपर्क में थे. मुरारी गौतम तो राहुल गांधी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे. सिद्धार्थ भी लगातार भी हमारे संपर्क में थे. पता करेंगे कि आखिर उन्हें क्या परेशानी थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो भी हुआ है, वह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. वहीं, बता दें कि इससे पहले आरजेडी के तीन और विधायक टूटे थे. इसमें आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद, प्रहलाद यादव और नीलम देवी शामिल थीं.
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