सीतामढ़ी: जिले के रीगा विधानसभा के निवर्तमान विधायक सह कांग्रेस प्रत्याशी अमित कुमार टुन्ना इनदिनों नामांकन दाखिल करने के लिए चंदा मांग रहे हैं. वह भी प्रत्येक व्यक्ति से मात्र 10 रुपये. हालांकि विधायक जी के 10-10 रुपया चंदा मांगने की खबर को लोग पचा नहीं पा रहे हैं. लोगों को यह मसला समझ नहीं आ रहा है, लेकिन राजनीति को नजदीक से समझने वाले लोग टुन्ना की इस कार्यशैली को महज एक ड्रामा बता रहे हैं.
राहुल गांधी से भी हैं अच्छे संबंध
सभी को यह बखूबी मालूम है कि कांग्रेस के अमित कुमार टुन्ना कोई साधारण व्यक्ति नहीं, करोड़पति हैं और उन्हें किसी चीज की कोई कमी नहीं है. उनका संपर्क राहुल गांधी तक है. पिछले चुनाव में उनके प्रचार में राहुल गांधी आए भी थे. ऐसे में सब तरह से सम्पन्न होने के बावजूद चंदा की मांग करना टुन्ना की नौटंकी ही कही जाएगी. क्षेत्र में सभी इसे विधायक जी की नौटंकी बता रहे हैं और लगातार इस बात पर चर्चा कर रहे हैं.
करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं टुन्ना
लोगों का कहना है कि टुन्ना करोड़ों के मालिक हैं. पांच साल विधायक भी रहे हैं. फिर नामांकन के लिए चंदा क्यों मांग रहे हैं? चंदा वाली बात पर क्षेत्र की जनता कई तरह की बातें कर रही है. हर कोई इस बात को अलग नजरिए से देख और सोच रहा है. बाहरहाल, चंदा मांगना और उन पैसों से नामांकन भरने का कितना फायदा होगा? यह तो टुन्ना ही जानते होंगे.
सुर्खियों में रहना चाहते हैं टुन्ना
बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी टुन्ना हमेशा सुर्खियों में रहे हैं और रहना भी चाहते हैं. बाढ़ के दौरान गरीबों और पीड़ितों की मदद कर क्षेत्र में चर्चा में रहे थे. हाल ही में कृषि बिल के विरोध में बैलगाड़ी से रैली कर सुर्खियां बटोरी थी. अब वे चंदा मांग कर चर्चा में रहना चाह रहे हैं, जबकि यह सब करने की उन्हे कोई जरूरत ही नहीं है. यह बात हर किसी को मालूम है.
कई जगह है घर और जमीन
पिछले चुनाव में शपथ पत्र में खुद टुन्ना ने लिख कर दिया था कि वे करोड़ों की चल और अचल संपत्ति के मालिक हैं. उनका घर सुप्पी प्रखंड के सोनार गांव में है. वहां पांच एकड़ से अधिक जमीन है. सीतामढ़ी शहर में उनका आवास है, जो करोड़ों की है. कुछ वर्ष पूर्व उन्होंने करीब 70 लाख में शहर में जमीन समेत मकान की खरीद की थी. रांची में मकान है, कीमती जमीन है. वाहन की कमी नहीं है, जर्मनी निर्मित रायफल है. इतना सब कुछ होने के बावजूद नामांकन को चंदा मांगना किसी को पच नहीं रहा है और यह लाजिमी है.