पटनाः शराब माफिया पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस चलेगा. वहीं फरवरी के मुकाबले तीन गुना अधिक गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया है. बिहार के डीजीपी के इस फरमान के बाद आरजेडी विधायक चेतन आनंद (RJD MLA Chetan Anand) ने इस पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि आखिर पुलिस किसको गिरफ्तार करेगी? शराबबंदी के नाम पर गरीब, मजदूर, कमजोर वर्ग के लोगों को पुलिस गिरफ्तार करती है और उन पर जुर्म करती है. शराब की तस्करी वैसे लोग कराते हैं जिनको सत्ता का संरक्षण प्राप्त है. उन लोगों पर कभी कार्रवाई नहीं होती है.


विधायक चेतन आनंद ने कहा कि शराबबंदी से राजस्व का नुकसान हो रहा है. जनता के पैसों का दुरुपयोग सीएम नीतीश ड्रोन, हेलीकॉप्टर से शराब खोजवाने में करवाते हैं. नीतीश ने यह भी कहा कि प्लेन का उपयोग अब शराब खोजने और  धंधेबाजों को पकड़ने में किया जाएगा. राज्य का पैसा, जनता का पैसा नीतीश इसी सब में बर्बाद कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें- Indian Railway: होली से पहले रेल यात्रियों को तोहफा, आरा में रुकेंगी ये दो अहम ट्रेनें, आराम से जाइए देहरादून, हावड़ा और दिल्ली


बता दें बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने की कोशिश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगे हुए हैं. ड्रोन एवं हेलीकॉप्टर से शराब खोजने एवं तस्करों को गिरफ्तार करने का अभियान चलाया गया. कहा है कि जरूरत पड़ने पर बिहार सरकार प्लेन का भी इस्तेमाल करेगी. वहीं शराबबंदी मामले में राज्य पुलिस मुख्यालय ने वांटेड अभियुक्तों की गिरफ्तारी का नया टारगेट सेट किया है.


एक से 16 फरवरी तक 327 गिरफ्तारी


बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने सभी क्षेत्रीय पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि फरवरी महीने में जितने गिरफ्तारी हुई है उससे तीन गुनी मार्च में गिरफ्तारी करें. जानकारी के अनुसार जनवरी महीने में 9543 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. 1 से 16 फरवरी तक 327 गिरफ्तारी हुई है. पुलिस मुख्यालय ने जिलों के अधिकारियों से चिह्नित किए गए शराब माफियाओं का प्रस्ताव मांगा है, जिन पर प्रिवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी.


यह भी पढ़ें- Bihar News: अवैध तरीके से कराया है निर्माण तो हो जाएं अलर्ट, विभाग चलाने जा रहा बुलडोजर, रामसूरत राय ने किया ऐलान