सहरसा: बिहार के किसानों के लिए नीलगाय और बंदर बड़ी समस्या हैं. इन जानवरों की वजह से किसानों के फसल को क्षति पहुंचती है और इनके जंगली जानवर की श्रेणी में नहीं होने की वजह से किसानों को उनके फसल का मुआवजा भी नहीं मिलता है. ऐसे में किसान लगातार सरकार से उनकी परेशानी का समाधान करने की मांग करते रहते हैं. बजट सत्र के दौरान सदन में भी कई विधायकों ने इस मुद्दे को उठाया है.


मंकी हाउस बनाएगी बिहार सरकार


ऐसे में लगातार मांग किए जाने के बाद सरकार ने किसानों ने हित में बड़ा फैसला लिया है. बिहार सरकार के पर्यावरण मंत्री नीरज सिंह बबलू ने एलान किया है कि बिहार में मंकी हाउस का निर्माण कराया जाएगा. जो पूरे देश में अपने जैसा इकलौता होगा.


उन्होंने कहा कि बिहार में बंदरों और नीलगायों की समस्याओं का समाधान करने के लिए डिपार्टमेंट के साथ प्लान बनाया गया है. इस बाबत दस एकड़ की घेराबंदी करवाई जा रही है. उस बगीचे का नाम बंदर बगीचा (मंकी हाउस) रखा जाएगा. बगीचा बच्चों के देखने लायक होगा. इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.


जल्द समस्याओं का होगा समाधान


उन्होंने कहा कि मंकी हाउस में बंदर डाले जाएंगे और उसी के अंदर प्लांटेशन करवाया जाएगा. केला, अमरूद और आम के पेड़ लगवाए जाएंगे, जो बंदरों का खाना भी होगा. नीलगायों की समस्याओं का समाधान भी जल्द करवाया जाएगा.


बता दें कि बिहार सरकार में मंत्री नीरज सिंह बबलू का मंत्री बनने के बाद पहली बार सहरसा पहुंचे थे. वहीं एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कही. उन्होंने कहा कि सहरसा मेरी जन्मभूमि भले न रहा हो, पर यह मेरी कर्मभूमि है. जनता के आशीर्वाद से ही मैं पांच बार विधायक बना और मंत्री पद तक पहुंचा. अब जब तक जान रहेगा, इस क्षेत्र के विकास के लिये सतत प्रयत्नशील रहूंगा और समस्याओं का समाधान भी जल्द करवाऊंगा.


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