पटना/बक्सरः बक्सर के चौसा के महादेवा घाट पर इन दिनों मिल रहे लाशों के ढेर से स्थानीय लोगों के साथ-साथ जिला प्रशासन भी सकते में है. बक्सर के डीएम अमन समीर ने इस संबंध में सोमवार को कहा कि सभी लाशें यूपी की हैं. इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है. डिस्पोजल का काम जारी है. करीब 40 लाशों को डिस्पोज किया जा चुका है. वहीं 50 के आसपास अब भी पानी में तैर रहे हैं.
सुरक्षा मानकों का पालन किए बिना लाशें हो रहीं डिस्पोज
इधर, चौसा महादेवा घाट पर लाशों को डिस्पोज करने में लगे निगमकर्मी और स्थानीय डोम राजा बिना सुरक्षा मानकों का पालन किए बिना ही यह काम कर रहे हैं. यह भी चिंता का विषय है. उन्हें पीपीई किट, मास्क, ग्लब्स आदि मुहैया नहीं कराया गया है. ऐसी लापरवाही होती रही तो फिर यह भी संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं.
दरअसल, बिहार का बक्सर जिला बिहार-यूपी बॉर्डर पर है. ऐसे में यूपी के भी कई लोगों का अंतिम संस्कार बक्सर के घाटों पर ही किया जाता है. मौजूदा समय में इतने लोगों की मौत हो रही है कि शवों का अंतिम संस्कार ठीक से नहीं हो पा रहा है. वहीं, गंगा की बहाव की वजह से 50 से अधिक की संख्या में शव बक्सर के घाटों पर इकट्ठा हो गए हैं. जिसे देख प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा है.
कोरोना पॉजिटिव का शव हुआ तो स्थिति हो सकती भयावह
लाशों के इकट्ठा होने का वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस मामल में सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए. अगर ऐसा है कि यूपी की लाशें बिहार आ रहीं तो इस संबंध में यहां के मुख्यमंत्री को यूपी के मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए. अगर कोरोना पॉजिटिव लोगों का शव हुआ तो स्थिति भयावह हो सकती है.
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