पटना: बिहार विधानसभा सत्र के तीसरे दिन भी बीजेपी के निशाने पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव रहे. बुधवार (12 जुलाई) को सदन की कार्यवाही करीब 35 मिनट ही चली. तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने, शिक्षक भर्ती नियमावली में हुए बदलाव को वापस लेने समेत कई मुद्दों को लेकर बीजेपी ने जोरदार हंगामा किया. प्रश्नकाल के दौरान तेजस्वी यादव का बीजेपी ने विरोध जताया.
लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है. इसमें तेजस्वी को भी आरोपी बनाया गया है. तेजस्वी अपने मंत्रालयों के विषयों पर जवाब रहे थे. इस दौरान बीजेपी के विधायक सीधे वेल में पहुंच गए. पोस्टर दिखाकर विरोध करने लगे. बीजेपी विधायक तेजस्वी के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं. स्पीकर ने मार्शल को बीजेपी विधायकों से पोस्टर लेने के लिए कहा. बीजेपी विधायक वेल में रखी कुर्सी को उठाकर उछालने लगे. हंगामे के दौरान बीजेपी के विधायकों ने ना केवल वेल में रखी हुई कुर्सियों को इधर-उधर फेंका बल्कि कुर्सी को भी तोड़ दिया. विरोध जताने के दौरान कागज फाड़कर भी उड़ाए गए.
विजय कुमार सिन्हा ने बताया क्यों सीएम नहीं ले रहे इस्तीफा
तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश कुर्सी बचाने के लिए डिप्टी सीएम को बर्खास्त नहीं कर रहे. आरजेडी के सहारे सीएम हैं. भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का ढोंग करते हैं. चार्जशीटेड भ्रष्टाचारी डिप्टी सीएम तेजस्वी सदन में कैसे आ जाते हैं? उनको इस्तीफा देना चाहिए. सदन में स्पीकर सत्ता पक्ष के इशारे पर हम लोग को बोलने नहीं दे रहे. सदन नहीं चलने देंगे. सदन के अंदर, सड़क पर भी लड़ाई लड़ेंगे. तेजस्वी को बर्खास्त करना पड़ेगा.
इसके पहले विधानसभा परिसर में भी बीजेपी के विधायकों ने हंगामा किया. किसान सलाहकारों की मांगों को मानने, तेजस्वी के इस्तीफे समेत अन्य मुद्दों पर बीजेपी के तमाम विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन और नारेबाजी की.
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