गोपालगंज: बिहार का मोस्ट वांटेड रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ की तलाश बिहार पुलिस को काफी समय से थी. पुलिस एनकाउंटर के डर से वह भेष बदलकर रह रहा था. पुलिस की एसआईटी ने बुधवार को ढाई दशक से फरार मोस्ट वांटेड को उसके घर के पास से गिरफ्तार (Gopalganj News) कर लिया. गिरफ्तार रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ मांझा थाने के सुधा साह टोला का रहने वाला है. एसआईटी का नेतृत्व कर रहे सदर एसडीपीओ प्रांजल ने गुरुवार को गिरफ्तारी की पुष्टि की. वहीं, पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है.
दर्जनों जघन्य आपराधिक मामले हैं दर्ज
एसआईटी का नेतृत्व कर रहे सदर एसडीपीओ प्रांजल ने बताया कि 1990 की दशक से रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ अपराध की दुनिया में कदम रखा. कल्लुआ पर मांझा थाने के आपराधिक मामले में सात स्थायी वारंट जारी था. कल्लुआ इतना दुर्दांत अपराधी है कि इसने मांझा थाने के वृत्ति टोला में तीन नवंबर 2000 को एक साथ तीन लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. गोपालगंज और सीवान में इस पर हत्या, डकैती, लूट, फिरौती, अपहरण जैसी दर्जनों जघन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं. रघुनाथ कुर्मी अपनी पहचान छुपाकर गांव में आता था और फिर भाग जाता था, जिसकी भनक किसी को नहीं लग पाती थी. वहीं, एसपी स्वर्ण प्रभात ने लंबे समय से फरार चल रहे रघुनाथ कुर्मी की गिरफ्तारी के लिए सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था.
रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ को भेजा गया जेल
एसआईटी को सूचना मिली कि रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ अपने इलाके में भेष बदलकर आया है. एसआईटी को लीड मिलते ही गिरफ्तारी के लिए सुधा साह टोला पहुंची और चारों तरफ से घेराबंदी कर मोस्टवांटेड रघुनाथ कुर्मी उर्फ कल्लुआ को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद एसआइटी ने सघन पूछताछ की, उसके बाद न्यायालय में प्रस्तुत कर उसे जेल भेज दिया.
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