Bihar Diwali 2022: दीपावली पर आज मां लक्ष्मी और गणेश की होगी पूजा, जानें शुभ मुहूर्त, भूलकर भी ना करें ये गलती
Happy Diwali 2022: आज सोमवार को दिवाली का त्योहार है. पटना, बिहार समेत पूरे देश में इसकी रौनक देखी जा रही. आज के दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा होती.
पटना: बिहार, राजधानी पटना समेत देश भर में दीपावली (Diwali 2022) की धूम है. बिहार समेत पूरा देश दीपों की रोशनी से आज सोमवार को जगमगा जाएगा. हर साल हिंदी महीने के कार्तिक मास के अमावस्या के दिन दीपावली मनाई जाती है. दीपावली में माता लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) और भगवान गणेश (Lord Ganesh) की पूजा का विशेष महत्व माना जाता. सही मुहूर्त में पूजा करना काफी उत्तम माना जाता है. साथ ही खास ख्याल रखना होता कि इस दौरान किसी भी प्रकार की गलती न हो. दिवाली पर माता लक्ष्मी की पूजा किस समय करना शुभ होगा ताकि माता लक्ष्मी खुश हो जाएं. इस बारे में पटना के कटैया घाट राम जानकी मंदिर के महंत पंडित श्यामसुंदर ने जानकारी दी हैं.
राम जानकी मंदिर के महंत ने बताया शुभ मुहूर्त
राम जानकी मंदिर के महंत पंडित श्यामसुंदर करण बताते हैं कि आज दीपावली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा स्थिर लग्न में करनी चाहिए. इससे माता खुश रहती हैं. बिहार में सबसे अधिक चलने वाला महावीर पंचांग के अनुसार आज पूरे दिन और रात में तीन बार स्थिर लग्न बीत रहा है. सबसे पहला लग्न दिन के 1:59 बजे से 3:30 बजे तक कुम्भ लग्न चढ़ रहा जो स्थिर लग्न है. दूसरा सर्वोत्तम वृख लग्न है जो स्थिर लग्न है और आज शाम 6:36 से 8:33 तक रहेगा.
इस लग्न में पूजा करना माना जाता सबसे उत्तम
इसके अलावा तीसरा महानिशा का सिंह लग्न है. ये भी स्थिर लग्न है लेकिन, देर रात 1:04 से 3:18 तक बीत रहा. माता लक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल में अमावस्या तिथि में होनी चाहिए. तिथि आज शाम की 6:36 से 8:33 तक वृख लग्न है. ये भी स्थिर लग्न है. इस काल में माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा करना सबसे उत्तम माना गया है. इस समय के लग्न में पूजा कर माता लक्ष्मी को खुश कर सकते हैं.
भूल कर भी न करें ये गलती
वहीं आज भूल कर भी दिन में बीत रहे 1:59 बजे से 3:30 बजे तक के कुंभ लग्न में पूजा ना करें. ऐसा इसलिए क्योंकि आज अमावस्या तिथि शाम 5:04 से शुरू है. जो कि मंगलवार को 4:35 पर समाप्त हो रही है. आज दिन का कुंभ लग्न चतुर्दशी तिथि में है. देर रात 1:04 से 3:18 तक महानिशा का सिंह लग्न भी स्थिर लग्न है. इसमें भी पूजा करना बेहतर है, लेकिन आधी रात्रि में माता लक्ष्मी की पूजा करना लाभकारी नहीं माना गया है.
दीपावली में क्यों होती है लक्ष्मी और गणेश की एक साथ पूजा?
दीपावली में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा होती है. सभी लोग आज के दिन माता लक्ष्मी और गणेश की एक साथ पूजा करते हैं, लेकिन इसके पीछे क्या कारण है? भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की एक साथ पूजा क्यों की जाती? इस बारे में पंडित रामसुंदर चरण बताते हैं कि माता लक्ष्मी धन की देवी हैं. वो जिस पर खुश हो जाती उसे अपार धन देती हैं, लेकिन धन आने के बाद लोगों में घमंड बढ़ जाता है.
यही कारण है कि भगवान गणेश की पूजा भी साथ में करनी जरूरी है क्योंकि भगवान गणेश बुद्धि और ज्ञान के प्रतीक माने जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि लक्ष्मी और गणेश की एक साथ पूजा करने से धन के साथ-साथ यश, कीर्ति और ज्ञान की भी प्राप्त होती है. इससे धन को अर्जित कर सही जगह पर उपयोग करने की बुद्धि मिलती है.
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