मोतिहारी: पूर्वी चंपारण के महुआवा ओपी थाना क्षेत्र में बम विस्फोट की घटना सामने आई है. घटना सोमवार की देर रात की बताई जा रही है. इसकी जानकारी पर महुआवा थाना की पुलिस ने मंगलवार को मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की थी. महुआवा ओपी थाना एसडीपीओ रक्सौल को सूचना मिली तो वो घटनास्थल पर मंगलवार की देर शाम पहुंचे और जानकारी ली. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बुधवार को एफएसएल टीम को जांच के लिए बुलाया गया है. टीम घटना स्थल से कई नमूने जांच के लिए एकत्रित कर अपने साथ ले गई.


27 फरवरी की देर रात हुआ धमाका


बताया गया कि टीम मुजफ्फरपुर से आई थी. घटना में थाना के दफादार प्रमोद कुमार सिंह के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. महुआवा ओपी थाना के दफादार प्रमोद सिंह ने आवेदन में कहा है कि थाना क्षेत्र के पचापोखरिया गांव के पास 27 फरवरी की देर रात में जोरदार बम धमाके की सूचना 28 फरवरी की दोपहर में फोन पर मिली. क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों ने बताया था. इसके बाद घटनास्थल पर पहुंच कर उसकी सत्यता के लिए जांच की गई. वहां खून के धब्बे देखे गए. 


स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी जानकारी


वरीय पुलिस पदाधिकारी को सूचित किया गया जिसके बाद पर थाना से पुलिस पदाधिकारी दल बल के साथ वहां पहुंचे और पास ही खेत में स्थित शंकर राय की टूटी अवस्था मे घड़ी, अंगूठी, बाइक की चाभी, पान मसाला, तुलसी डिब्बा का ढक्कन, गिट्टी, लकड़ी काटने वाली आरी को बरामद किया गयॉ. इसके साथ ही रक्सौल एसडीपीओ को फोन पर सूचना दी गई. उन्होंने वहां पहुंच कर बारीकी से घटना का जायजा लिया. साथ ही एफएसएल टीम मुजफ्फरपुर को जांच के लिए बुलाया गया.


मौके से मिले खून के धब्बे


घटनास्थल से खून के धब्बे समेत बम बनाने के कई संयत्र एकत्रित कर जांच के लिए टीम ले गई. महुअवा ओपी थाना के दफादार ने आवेदन में कहा है कि थाना क्षेत्र में कहीं डकैती जैसी बड़ा घटना को अंजाम देने के लिए बम बनाया जा रहा होगा. इसी बीच बम विस्फोट कर गया होगा जिसमें अज्ञात अपराधी घायल हो सकता है. घटना स्थल से एक किलोमीटर की दूरी पर भारत-नेपाल सीमा होने के कारण अपराधी नेपाल की ओर भाग गया है. मौके से नेपाल सीमा की ओर करीब आधा किलोमीटर तक खून का धब्बा देखने को मिला.
 
मामला पूरी तरह से संदिग्ध


इधर, घटना को लेकर महुअवा ओपी थाना के दफादार प्रमोद कुमार सिंह के आवेदन पर छौड़ादानो थाना में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है. घटनास्थल से करीब में महुआवा, कोरैया, एसएसबी  पोस्ट होने के बावजूद अपराधी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए बम बनाते हैं. भारत नेपाल सीमा की सुरक्षा एसएसबी 71 बीएन के जिम्मे इसे सौंपा गया है फिर भी बम के जोरदार धमाका के बावजूद 12 घंटे तक एसएसबी महुअवा और कोरैया पोस्ट को जानकारी तक नहीं थी. ऐसे में घटना पर कई कयास लगाए जा रहे. 


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