मोतिहारी: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) गुरुवार (19 अक्टूबर) को मोतिहारी के महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ( Motihari Gandhi Central University) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने बीजेपी नेताओं की ओर इशारों- इशारों में कहा कि 'छोड़िए न भाई, हम अलग हैं आप अलग हैं. इन सबको छोड़िए. जब तक हम जीवित रहेंगे, हमारी दोस्ती खत्म नहीं होगी. मोतिहारी यूनिवर्सिटी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यूपीए-2 के समय केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मिला. उन्होंने खाना खिलाया, लेकिन यूनिवर्सिटी देने से मना कर दिया. बीजेपी सरकार ने बिहार को सेंट्रल यूनिवर्सिटी दी.
मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दीक्षांत समारोह
दरअसल, मंच पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और कुलपति भी मौजूद रहे. राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के टॉपर्स का सम्मान किया. कार्यक्रम में मोतिहारी से बीजेपी सांसद राधामोहन सिंह, जिले के सभी बीजेपी विधायक भी मौजूद रहे. दीक्षांत कार्यक्रम में पास आउट विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएगी. 1485 में 898 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. समारोह में कुल 898 विद्यार्थी डिग्री हासिल कर रहे हैं. इनमें से 10 टॉपर्स को राष्ट्रपति के हाथों मेडल दिया गया. वहीं, आम लोगों के प्रवेश पर रोक थी.
'BJP सरकार ने मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी दी'
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि साल 2014 में जब केंद्र में नई सरकार आई तो मोतिहारी में बापू के नाम पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी खोलने का निर्णय लिया. 2016 से यहां काम भी शुरू हो गया. हमने जमीन दी है. अगर बिल्डिंग बनाने के लिए सहयोग चाहिए तो हम पूरा सहयोग देंगे. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू वापस पटना आएंगी. यहां पर आज शाम पटना एम्स के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी. करीब एक घंटे तक राष्ट्रपति का कार्यक्रम यहां होगा. पटना एम्स के दीक्षांत समारोह में पूरे 1 घंटे 5 मिनट तक रहेंगी.
ये भी पढ़ें: Bihar Politics: 'लालू के पास रोज चरणवंदना करने जा रहे नीतीश', सम्राट चौधरी बोले- RJD में एक मालिक बाकी सब नौकर