मोतिहारी: बिहार में बाढ़ ने विकराल रूप लेना शुरू कर दिया है. नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि की वजह से कई जगह से बांध टूटने लगी हैं. इसी क्रम में गुरुवार की देर रात मोतिहारी के संग्रामपुर ब्लॉक के भवानीपुर गांव में भवानीपुर बांध टूट गई. बांध टूटने की वजह से कई गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. इस घटना में सबसे ज्यादा प्रभावित भवानीपुर गांव हुआ है क्योंकि, वह टूटे हुए बांध के बिल्कुल नजदीक है. इधर घटना की सूचना पाकर प्रशासन और एनडीआरएफ की 4 टीम मौके पर पहुंची और रात 1 बजे से ही रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है.


इस दौरान मोतिहारी डीएम ने एक हीरो की तरह न सिर्फ लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया बल्कि ऐसा काम किया जिसकी सब ने खूब तारीफ की. दरअसल, भवानीपुर बांध के 1 बजे रात में टूटने के बाद एनडीआरएफ पटना की टीम बाढ़ बचाव काम में लगी थी. इधर, डीएम शीर्षत कपिल अशोक और एसपी मोतिहारी भी एनडीआरएफ टीम के साथ लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए जागरूक कर रहे थे.


इसी बीच एक बुजुर्ग के पानी की तेज धार में बह कर जाने की सूचना मिली. सूचना मिलते ही उन्होंने उनकी तरफ बोट बढ़ाया, वहां देखा कि बुजुर्ग पेड़ के सहारे अटके हुए हैं, जिसके बाद डीएम ने उन्हें सुरक्षित वहां से निकाला. लेकिन इस दौरान झाड़ियों से मधुमक्खियों ने निकल कर बोट में बैठे सभी को काट लिया. फिर भी सभी ने सूझबूझ से अपने आप को बचाते हुए वृद्ध की मदद की, वहीं मोटर बोट चालक आरक्षक धीरेंद्र कुमार बोट को झाड़ी से बाहर निकाला. बहते हुए खून और दर्द की परवाह न करते हुए डीएम और बाकी लोगों अपनी जिम्मेदारी का अच्छी तरह से पालन कर मिशाल पेश की.


इस संबंध में NDRF जवान रंजन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि " कल देर रात बांध टूटने की सूचना मिली, जिसके बाद से हमलोग लगातार रेसक्यू में लगे हुए हैं. सबको रेस्क्यू कर लिया गया है. लेकिन बांध टूटते ही जा रही है, जिस वजह से पानी स्टेट हाइवे पार कर दूसरे गांव में प्रवेश कर रहा है. वहां भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा. NDRF टीम बहुत मेहनत कर रही है, लेकिन आज डीएम सर ने जो काम किया है वह एक मिसाल है. उनके इस काम को देख कर लगता है कि ऐसे डीएम और भी होने चाहिए."


वहीं रेस्क्यू किए गए लोगों को दी जा रही राहत के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि " सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. कई लोग अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं. जो बचे हैं उनमें से कुछ को सरकारी स्कूल में और कुछ को टेंट लगाकर स्टेट हाइवे पर रख गया है. सभी को खाना और साफ पीने का पानी उपलब्ध कराया गया है. टीम लगातार इलाके का दौरा कर रही है."