मधुबनी हत्याकांड: तेजस्वी यादव ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात, छह लाख रुपये की दी आर्थिक मदद
तेजस्वी यादव ने कहा कि कहा कि सुशासनी अपराधी बेलगाम हैं. पुलिस बेकाबू है. पुलिस और अपराधियों की सांठगांठ है और मुख्यमंत्री असहाय हो कह रहे हैं, यह मेरी ज़िम्मेवारी नहीं पुलिस की है. मैं नहीं, पुलिस इसे देखेगी.
पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को मधुबनी 'नरसंहार' में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की. उनका दुख साझा करने के साथ ही उन्होंने छह लाख रुपये की राशि देकर उनकी आर्थिक मदद भी की. पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि यह घटना पूरी से सत्ता संरक्षित और प्रायोजित है. इस घटना में नामजद एक भी अभियुक्त की अभी तक गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है?
पुलिस दोषियों को दे रही संरक्षण
राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जघन्य 'नरसंहार' के एक हफ्ते बाद भी पुलिस प्रशासन और सरकार सोई हुई है. पुलिस दोषियों को गिरफ्तार करने की बजाय, उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है. तेजस्वी ने कहा कि प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ऐसी दर्दनाक घटना के बाद भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घटना के बारे में पता ही नहीं होता है. उन्होंने इस भयानक नरसंहार पर कोई शोक संवेदना और खेद तक प्रकट नहीं किया.
तेजस्वी ने कहा, " सत्ता संरक्षण में हुए इस नरसंहार में अगर किसी विधायक, मंत्री और उनकी किसी सेना की कोई संलिप्तता नहीं है, तो मुख्यमंत्री किसी उच्च अधिकारी के नेतृत्व में एसआइटी का गठन क्यों नहीं करते? मुख्यमंत्री को बिना देर किए एसआईटी का गठन करना चाहिए. "
अपराधियों का नहीं होता कोई धर्म
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, " अपराधी का कोई जाति-धर्म नहीं होता. जो व्यक्ति ऐसे क्रूर काम करे, मानवता और इंसानियत में यक़ीन ना करे, उसके लिए कोई जाति-धर्म मायने नहीं रखता. जो अपराधी रावण के नाम पर सेना चलाता हो, उससे उसकी मानसिकता का पता चलता है. रावण तो बुराई का प्रतीक है. फिर बुराई के प्रतीक को मानने वाली की क्या जाति होगी? ऐसे अपराधी को सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए."
तेजस्वी ने कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बताएं, जब प्रदेश में ऐसी सेना का संचालन हो रहा है, तो उनकी पुलिस और तंत्र क्या काम कर रही है? मैंने पहले ही कहा था, नीतीश जी से बिहार नहीं संभल रहा. वो थक चुके हैं और अब हार कर, अपमानित होकर भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं. चलो लोकलाज और नैतिकता त्याग अनुकंपा पर मुख्यमंत्री बन ही गए तो अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन कीजिये."
सुशासनी सरकार में दोषियों को मिलता न्याय
उन्होंने कहा कि सुशासनी अपराधी बेलगाम हैं. पुलिस बेकाबू है. पुलिस और अपराधियों की सांठगांठ है और मुख्यमंत्री असहाय हो कह रहे हैं, यह मेरी ज़िम्मेवारी नहीं पुलिस की है. मैं नहीं, पुलिस इसे देखेगी.
सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने पूछा कि मुख्यमंत्री जी, आपका एसपी से क्या विशेष प्रेम है? जांच करने वाले डीएसपी तो मुख्य अभियुक्त के मार्गदर्शक हैं, उससे आप क्या जाँच करवा रहे हैं? नेता प्रतिपक्ष ने कहा, " अभी तक एसपी-डीएम ने घटनास्थल का दौरा तक नहीं किया है और आप कह रहे है कि न्याय होगा. आपके शब्दकोष में न्याय दोषियों को मिलता है, पीड़ितों को नहीं. बिहार की जनता आपकी सरकार और गृह विभाग के सारे कृत्य देख रही है."