Motihari News: पटना हाई कोर्ट के निर्देश पर फर्जी शिक्षको की जांच निगरानी के जिम्मे है. वहीं, पूर्वी चंपारण जिले के बंजरिया प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को चार फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे शिक्षकों के खिलाफ निगरानी ने बंजरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. निगरानी ने विगत माह में भी छह फर्जी शिक्षकों के खिलाफ बंजरिया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. कुल 10 फर्जी शिक्षकों को चिन्हित करते हुए निगरानी ने कार्रवाई की है.


निगरानी की कार्रवाई से जिला भर में हड़कंप मच हुआ है. सभी दस शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी निकाला है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है. सभी शिक्षकों से दिए गए वेतन की भी वसूली हो सकती है.


क्या है मामला?


मिली जानकारी के अनुसार जिले के बंजरिया थाना क्षेत्र में निगरानी ने 10 शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी पाया है जिनमें से छह शिक्षकों के खिलाफ पूर्व में ही प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है. वहीं, एक बार फिर पटना निगरानी विभाग के डीएसपी राजेश कुमार ने बंजरिया थाने में चार शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. फर्जी प्रमाण पत्र वाले शिक्षकों की पहचान उत्क्रमित मध्य विद्यालय अमवा के शिक्षक मो. ज्याउद्दीन और शिक्षिका इकरा फातिमा, जटवा के मध्य विद्यालय उर्दू की शिक्षिका नइमा प्रवीण और सिसवनिया के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिसवनिया की शिक्षिका साबरा खातून के रूप में हुई है. इन चार शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्र को निगरानी ने जांच में फर्जी पाया है.


पुलिस का आया बयान


वहीं, इस मामले में बंजरिया थानाध्यक्ष इंद्रजीत पासवान ने बताया कि निगरानी के आवेदन पर चार शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. प्राथमिकी के आधार पर जांच की जा रही है. पूर्व में भी निगरानी के आवेदन पर छह शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. मामले में जांच चल रही है.


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