मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी के कुंडवा चैनपुर में थानाध्यक्ष की मिलीभगत से गैंगरेप पीड़िता की लाश जलाने के मामले में एसपी ने बड़ी कार्रवाई की है. सिकरहना डीएसपी द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी नवीन चंद्र झा ने केस को ट्रू करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी और कुर्की जब्ती करने का आदेश दिया है. साथ ही एसपी ने वायरल ऑडियो और वीडियो को सही पाते हुए कुण्डवा चैनपुर थानाध्यक्ष को मामले का अप्राथमिकी अभियुक्त बनाया है. साथ ही उनकी गिरफ्तारी और कुर्की का भी आदेश दिया है.


एसपी ने सभी बिंदुओं को पाया सत्य


बता दें कि पीड़ित परिवार का बयान सुनने और सिकरहना डीएसपी की रिपोर्ट आने पर एसपी ने मामले के सभी बिन्दुओं को सत्य पाया है. ऐसे में त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी ने थानाध्यक्ष संजीव रंजन गिरफ्तारी और कुर्की जब्ती का आदेश दिया है. इस संबंध में एसपी ने कहा कि घटना का ऑडियो और वीडियो वायरल होने के बाद थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया था. निलंबन के बाद से ही वे फरार हैं और उनका मोबाईल बन्द है.


क्या है पूरा मामला?


मालूम हो कि जिला के कुंडवा चैनपुर थाना क्षेत्र के कुंडवा बाजार में एक 12 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ गैंग रेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी. बच्ची की हत्या के बाद आरोपियों ने थानेदार के साथ मिलकर मामला सेटल कर लिया और बच्ची के शव को जला दिया था. वहीं, मृत बच्ची के माता-पिता को डरा धमकाकर आरोपियों ने चुप करा दिया था.


इधर, घटना के एक सप्ताह के बाद मृत बच्ची के पिता ने सिकरहना एसडीपीओ को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया. उसके बाद मामला सामने आया. इसी बीच कुंडवा चैनपुर थानाध्यक्ष संजीव रंजन और आरोपी के बीच बच्ची के शव को ठिकाने लगाने को लेकर हो रही बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया, जिसके बाद एसपी ने थानाध्यक्ष संजीव रंजन को निलंबित कर दिया था और घटना की जांच को लेकर एसआईटी का गठन कर दिया. फिलहाल इस पूरे मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है.


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