MP Misa Bharti: बिहार में इन दिनों राजनीतिक गलियारों में लालू यादव और नीतीश कुमार को लेकर हलचल तेज है. जब से लालू यादव ने सीएम नीतीश कुमार के लिए दरवाजा खुले होने की बात कही है, तब से बिहार में सियासत तेज हो गई है. वहीं उनके बयान को लेकर जब उनकी बेटी और सांसद मीसा भारती (Misa Bharti) से पूछा गया कि लालू यादव ने दरवाजा खुले होने की बात कही है तो वो इस सवाल को टालती नजर आईं और कहा कि 'वे पुराने दोस्त हैं, वे क्या कहते हैं वहीं जानें'.
अभ्यर्थियों की मांग पर क्या बोलीं सांसद मीसा भारती
आजेडी सांसद मीसा भारती ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध पर कहा, "जो परीक्षा हुई थी उसमें छात्रों को प्रश्नपत्र देर से मिला और बिल्कुल समय पर ले लिया गया तो उन्हें समय देना चाहिए था और अगर समय नहीं मिला तो उसकी दोबारा परीक्षा होनी चाहिए थी. ऐसा लगता है कि जैसे बिहार में सरकार नाम की कोई चीज़ नहीं रह गई है। छात्रों, किसानों, बेरोजगारों की कोई नहीं सुन रहा है. बिहार में चुनाव है, मुझे लगता है कि सही समय पर लोग सही सरकार चुनने जा रहे हैं. बाकी सब लोग राजनीति कर रहे हैं, हमारी यही कहना है कि अभी छात्रों के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए."
17 दिनों से बीपीएससी अभ्यर्थियों का धरना जारी
बता दें कि पिछले 17 दिनों से बीपीएससी के जरिए आयोजित 17वीं पीटी परीक्षा को रद्द कराने और दोबारा एग्जाम लेने की मांग को लेकर अभ्यर्थी गर्दनीबाग में धरना स्थल पर बैठे हैं. इनके समर्थन में बिहार के विपक्षी पार्टियां भी सड़क पर उतर आईं है, हालांकि आरजेडी इससे दूर है. लेकिन वो भी सरकार के खिलाफ बीपीएससी छात्रों के समर्थन में हों और सबसे पहले तेजस्वी यादव ने ही उनके लिए आवाज बुलंद की थी. ये अगल बात है कि वो आंदोलन में शामिल हैं. वहीं बीपीएससी ने कह दिया है कि पूरी परीक्षा रद्द नहीं होगा और सिर्फ बापू परीक्षा परिसर के ही दोबारा एग्जाम चार जनवरी को होंगे, क्योंकि अनियामितता सिर्फ उसी सेंटर पर हुई थी.