(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Waqf Board Amendment Bill: 'हिंदू-मुस्लिम इनका परम...', वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर सांसद पप्पू यादव का बड़ा बयान
Pappu Yadav: पप्पू यादव दिल्ली जा रहे थे. इसी दौरान एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि जिस तरह क्षेत्रीय पार्टियों के लिए जाति जरूरी है उसी तरह केंद्र के लिए हिंदू-मुसलमान के अलावा कोई एजेंडा नहीं है.
Pappu Yadav on Waqf Board Amendment Bill: लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल की तैयारी चल रही है. 12 अगस्त तक मानसून सत्र चलेंगे और ऐसी चर्चा है कि इस बीच इस बिल को पेश किया जा सकता है. इससे पहले इस पर राजनीति तेज हो गई है. पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने सोमवार (05 अगस्त) को इस बिल का विरोध करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला. साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया और पूछा कि कहां है नीतीश कुमार? चुप क्यों हैं? वह तो सेक्युलर हैं.
'हिंदू-मुसलमान के अलावा कोई एजेंडा नहीं'
पप्पू यादव पटना से दिल्ली जा रहे थे. इसी दौरान एयरपोर्ट पर उन्होंने यह बयान दिया. उन्होंने कहा, "हिंदू-मुस्लिम इनका परम सिद्ध अधिकार हो गया है. जिस तरह क्षेत्रीय पार्टियों के लिए जाति जरूरी है उसी तरह केंद्र के लिए हिंदू-मुसलमान के अलावा कोई एजेंडा नहीं है. केवल पाकिस्तान की बात करेंगे, चीन की बात नहीं करेंगे. अमेरिका की बात नहीं करेंगे, रसिया की बात नहीं करेंगे. केवल पाकिस्तान की बात करेंगे. नेपाल की भी बात करने की हिम्मत नहीं है."
वहीं पप्पू यादव ने वक्फ बोर्ड को लेकर नीतीश कुमार को भी कटघरे में खड़ा किया. सवाल पूछते हुए कहा, "नीतीश जी क्यों चुप हैं? नीतीश कुमार तो सेक्युलर हैं इसमें दो मत नहीं है, लेकिन नीतीश कुमार जी की जो उम्र है, जो परिस्थितियां हैं, उसको मैं समझता हूं. नीतीश कुमार की व्यक्तिगत विश्वसनीयता थी लेकिन अब उनका आम लोगों के बीच जो विश्वास था वह लगातार धूमिल होता जा रहा है."
चिराग पासवान पर खुश नजर आए पप्पू यादव
आगे पत्रकारों से बातचीत में बिहार की राजनीति को लेकर पप्पू यादव ने नीतीश कुमार और तेजस्वी दोनों पर निशाना साधा तो वहीं दूसरी ओर वह चिराग पासवान पर खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि अभी वर्तमान में एससी-एसटी का मुद्दा कितना जरूरी है इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. चिराग पासवान पुनर्विचार याचिका दायर करने जा रहे हैं जिसका समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि बिल्कुल करना चाहिए. बिहार में जो आरक्षण लाया गया था अत्यंत पिछड़ा ओबीसी के लिए था, लेकिन इन दोनों (नीतीश, तेजस्वी) की गलती के कारण हाईकोर्ट ने रद्द किया है. सदन में, कैबिनेट में सही तरीके से नहीं लाया गया जिसकी वजह से ओबीसी की जिंदगी अधर में पड़ी है. चाचा-भतीजा ने सही नहीं किया.
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