CM नीतीश कुमार के वायरल वीडियो पर आया सांसद पप्पू यादव का बयान, पूछा- कौन सा अपमान हो गया?
MP Pappu Yadav: सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उनकी (नीतीश कुमार) उम्र और अवस्था ऐसी है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. आज वह बीजेपी के साथ हैं तो आरजेडी सवाल खड़ा कर रही है.

Pappu Yadav Support Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने नीतीश कुमार का समर्थन किया है. शुक्रवार (21 मार्च, 2025) को एबीपी न्यूज़ से बातचीत में सांसद पप्पू यादव ने कहा कि कौन सा अपमान हो गया? इससे पहले जब वह (नीतीश) आरजेडी के साथ थे तो बीजेपी सवाल खड़ा करती थी. आज वह बीजेपी के साथ हैं तो आरजेडी सवाल खड़ा कर रही है.
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा कि उनकी (नीतीश कुमार) उम्र और अवस्था ऐसी है, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. विपक्षी दल सीएम नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर रहा है. इस पर पप्पू यादव ने कहा कि उन्होंने ऐसा कौन सा अपमान कर दिया कि इस्तीफा हो जाए और देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो?
दरअसल बीते गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान जब राष्ट्रगान बज रहा था तो नीतीश कुमार अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार को हाथ मारते हुए हंसने लगे थे. विपक्ष इसे तूल दे रहा है. इस मुद्दे पर बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू के नेता जमा खान की प्रतिक्रिया भी आई है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से कहा कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान का अपमान नहीं किया है.
मोबाइल के इस्तेमाल को भी बताया गलत
दूसरी ओर पप्पू यादव ने सदन में मोबाइल के इस्तेमाल को गलत बताया है. अभी बीते गुरुवार को जब बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान आरजेडी के विधायक मोबाइल देखकर सवाल पूछ रहे थे तो नीतीश कुमार भड़क गए थे. कहने लगे कि 10 साल के पहले ही धरती समाप्त हो जाएगी. मोबाइल के इस्तेमाल पर सांसद पप्पू यादव ने कहा, "मोबाइल का इस्तेमाल किसी भी सदन में नहीं हो सकता है. ये उचित नहीं है. टैब का क्यों नहीं हो सकता है?"
#WATCH दिल्ली: पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने कहा, "किसी भी सदन में मोबाइल का इस्तेमाल उचित नहीं है। टैबलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है। वो काफी अच्छी टेक्नोलॉजी है। लेकिन मोबाइल का इस्तेमाल गंभीरता को खत्म कर देता है। सदन में अध्यक्ष का निर्णय सर्वोत्तम है।" pic.twitter.com/pRoAi03rSu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 21, 2025
सांसद ने कहा, "किसी भी सदन में देखिए मोबाइल किसी गंभीरता को खत्म कर देता है. सदन में स्पीकर सर्वोच्च है तो आप उसका सम्मान करेंगे न? स्पीकर सुपर पावर है. चाहे लोकसभा हो या फिर विधानसभा हो. स्पीकर का निर्णय सर्वोच्च है, सर्वोत्तम है, सर्वश्रेष्ठ है."
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