'आपका मुंह कौन सिल दिया है?', गिरिराज सिंह पर इतना क्यों भड़के पप्पू यादव, जानें बड़ी वजह
Pappu Yadav: बेगूसरा मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को कर्नाटक के शिवमोगा में शिफ्ट करने का फैसला केंद्र सरकार ने लिया है. इसे लेकर ही पप्पू यादव ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधा है.

Pappu Yadav Post: केंद्र सरकार ने बिहार के लोगों को बड़ा झटका दिया है, वो भी उस जिले में जहां खुद बीजेपी के मंत्री और कद्दावर नेता गिरिराज सिंह हैं. दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री ने बिहार के बेगूसराय स्थित भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को कर्नाटक के शिवमोगा में शिफ्ट करने का फैसला लिया है. इसे लेकर बिहार के लोगों में नराजगी है. अब सांसद पप्पू यादव ने भी इसे लेकर गिरिराज सिंह पर निशाना साधा है.
गिरिराज सिंह पर जमकर बरसे पप्पू यादव
पप्पू यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, "कहां हैं गिरिराज बाबू बेगूसराय से मक्का अनुसंधान केंद्र शिमोगा जा रहा है. आपका मुंह कौन सिल दिया है? पहाड़ जैसा कद, कृपा से मिला बहुत बड़ा पद फिर भी डेढ़ इंच की जुबान नहीं हिल रही है. थोड़ा तो बेगूसराय की कृपा के कर्ज़ के प्रति फर्ज़ निभाते!"
कहां हैं गिरिराज बाबू
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) March 17, 2025
बेगूसराय से मक्का अनुसंधान केंद्र शिमोगा जा रहा है
आपका मुंह कौन सिल दिया है?
पहाड़ जैसा क़द, कृपा से मिला बहुत बड़ा पद
फिर भी डेढ़ इंच की जुबान नहीं हिल रही है
थोड़ा तो बेगूसराय की कृपा के क़र्ज़ के प्रति फ़र्ज़ निभाते!
बता दें कि कुछ महीने पहले ही ये फैसला ले लिया गया था कि बेगूसराय का यह केंद्र अब कर्नाटक में स्थानांतरित हो जाएगा. इसकी खबर केंद्रीय मंत्री को जरूर रही होगी, लेकिन केंद्र में मंत्री के पद पर रहते हुए भी वो इस क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र को बिहार से जाने से नहीं रोकवा सके, इसे लेकर ही पप्पू यादव ने गिरिराज सिंह पर निशाना साधा है.
1997 में हुई थी क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान केंद्र की स्थापना
बेगूसराय में क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र की स्थापना 4 मई 1997 को हुई थी. केंद्र के पास कुल 97.3 एकड़ जमीन है, जिसमें से 83 एकड़ जमीन अनुसंधान और बीज उत्पादन के लिए है. केंद्र में प्रयोगशालाओं के साथ विशाल कार्यालय परिसर, सिंचाई के लिए ट्यूबवेल, खेत पर तकनीकी और सहायक कर्मचारियों के लिए आवासीय क्वार्टर, तीन ट्रैक्टर, आवश्यक मशीनरी और उपकरण आदि जैसी अच्छी बुनियादी सुविधाएं भी हैं.
यहां की मुख्य गतिविधि भारत के पूर्वी क्षेत्र के लिए उपयुक्त मक्का संकर विकसित करना और प्रयोगात्मक/सार्वजनिक संकर के मूल बीज का उत्पादन करना है. अब ये केंद्र तकनीकि कारणों और कुछ बाधाओं के कारण कर्नाटक में स्थानांतरित कर दिया गया है. बेगूसराय का यह केंद्र अब कर्नाटक चला जाएगा.
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