Bihar News: लालू यादव के 'बिहार-बलात्कार' पोस्ट पर भड़के उपेंद्र कुशवाहा, कहा- जंगलराज वालों को बोलने का अधिकार नहीं
Upendra Kushwaha: उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज अपराध की कोई छिटपुट घटनाएं होती है तो अविलंब गिरफ़्तारी और स्पीडी ट्रायल होता है. आपके जमाने में तो सीएम हाउस में ही अपराध की पटकथा लिखी जाती थी.
MP Upendra Kushwaha Post: राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार (28 सितंबर) को आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के उस पोस्ट पर जोरदार हमला किया है, जिसमें उन्होंने 32 बार बिहार=बलात्कार लिखा है. उपेंद्र कुशवाहा ने पहले तो लालू यादव से पूछा कि क्या अपने प्रदेश के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना सही है?, उसके बाद उन्होंने खुद लालू यादव के राज में बिहार में अपराध की स्थिति की याद दिलाई और कहा कि आपके शासन काल को देश के लोग जंगलराज कहते थे.
उपेंद्र कुशवाहा ने लालू यादन पर क्या कहा?
उपेंद्र कुशवाहा ने पोस्ट कर कहा, "जिस बिहार ने आपको अपने पलकों पर बिठाया, इतना विश्वास व्यक्त किया...! आज उसी बिहार के लिए 32 बार "बिहार=बलात्कार" कहना बिहारी अस्मिता और बिहार के गौरवशाली इतिहास पर हमला नहीं है क्या?" कुशवाहा ने आगे लिखा कि "किसी क्षेत्र में बलात्कार जैसे जघन्य अपराध होना वहां के कुछ लोगों की आपराधिक मानसिकता का परिणाम है इसके आधार पर पूरे प्रदेश का आपके द्वारा ऐसा नामकरण करना दुर्भाग्य की बात है. खास कर जिनके शासनकाल को बिहार और देशवासियों ने जंगलराज कहा है उन्हें तो कोई नैतिक अधिकार है ही नहीं कुछ बोलने का"
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज यदि अपराध की कोई छिटपुट घटनाएं होती है तो अविलंब गिरफ़्तारी और स्पीडी ट्रायल होता है. वहीं आपके जमाने में तो सीएम हाउस में ही अपराध की पटकथा लिखी जाती थी और अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था. आज बिहार में कोई संगठित अपराध या अपराधी नहीं है जैसा की आपके शासन के दौरान उन 15 वर्षो में था. आज भी रूंहें कांप जाती है उस काल को याद करके...!
तेजस्वी और लालू यादव का सरकार पर हमला
दरअसल बिहार में आए दिन हो रही अपराधिक घटनाओं को लेकर तेजस्वी यादव और लालू यादव सरकार पर हमेशा हमलावर रहते हैं. विपक्ष की ओर से पोस्ट कर बिहार में अपराध के आंकड़े भी पेश किए किए गए हैं. इस बीच शनिवार को लालू यादव ने एक और पोस्ट की जिसमें, 'बिहार-बलात्कार' लिखकर सरकार पर हमला बोला था.