पटना: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने गुरुवार (24 अगस्त) को पटना के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बड़ा एलान किया. वीआईपी सुप्रीमो ने कहा कि मेरी प्राथमिकता लोकसभा सीट नहीं, निषाद आरक्षण है. अगर प्रधानमंत्री निषाद को आरक्षण देने की घोषणा करते हैं और एक सीट भी नहीं देते हैं तो भी कोई परवाह नहीं है.


मुकेश सहनी ने साफ लहजे में कहा कि यूपी, बिहार और झारखंड में 60 सीटों पर निषाद हार जीत तय करते हैं और जो हमारी बात सुनेंगे, उसकी बात हम भी सुनेंगे. सहनी ने कहा कि कल (बुधवार) निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा का पहला चरण समस्तीपुर में समाप्त हो गया. अब तक पहले चरण में 10 लाख लोगों ने हाथ में गंगाजल लेकर आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य और आरक्षण के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया है. शुक्रवार (25 अगस्त) से मधुबनी से यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत होगी.


'नीतीश कुमार नहीं रह गए फैक्टर'


पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में मुकेश सहनी ने कहा कि आज बिहार में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं बल्कि मुकेश सहनी फैक्टर बन गए हैं. नीतीश कुमार फैक्टर को काटने के लिए सम्राट चौधरी को विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया लेकिन बीजेपी ने आनन फानन में चौधरी को नेता प्रतिपक्ष से हटाकर हरि सहनी को नेता प्रतिपक्ष बनाया. उन्होंने हरि सहनी को बड़ा भाई बताते हुए कहा कि उन्होंने हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प लिया था कि निषाद आरक्षण के लिए संघर्ष करेंगे, अब इस संकल्प को उन्हें याद रखना चाहिए.


मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी ने मात्र एक निषाद को सम्मान दिया है, अभी भी बिहार, यूपी और झारखंड के निषाद आरक्षण का इंतजार कर रहे हैं. इस प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय सचिव ब्रजकिशोर सिंह (पूर्व आईपीएस), वीआईपी युवा के प्रदेश अध्यक्ष पप्पू चौहान और राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति भी उपस्थित थे.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: वज्रपात से मौत आपदा क्यों नहीं? JDU का केंद्र पर हमला, कहा- मांझी बताएं शराब में कौन सा प्रोटीन है?