Mukesh Sahani Father Murder: वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है. दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी के मुताबिक जीतन सहनी के हाथ और पेट में गहरे जख्म के निशान हैं. इसके अलावा कुछ अन्य चीजें भी घटनास्थल से बरामद हुई हैं. ऐसे में जांच की जा रही है कि इसमें कहीं हत्या के राज तो नहीं छुपे हैं.


तालाब से लाल बक्सा... टेबल पर तीन ग्लास


डीआईजी दरभंगा बाबू राम ने बताया है कि एफएसएल की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच में अहम साक्ष्य मिले हैं. उन्होंने बताया कि जीतन सहनी के घर के पीछे तालाब में एक लाल रंग का बक्सा फेंका हुआ मिला है. इसमें कुछ कागजात हैं. इसकी जांच की जा रही है. इसके अलावा जहां पर शव पड़ा था उस कमरे के अंदर टेबल पर तीन खाली ग्लास भी मिले हैं. इससे कई सुराग मिल सकते हैं. ऐसा लगता है कि बक्से में रखे कागजात को लेकर ही हत्या को अंजाम दिया गया है, क्योंकि सहनी के पिता सूद पर पैसे देने का काम करते थे.


पहले मछली का कारोबार करते थे जीतन सहनी


जानकारी के मुताबिक जीतन सहनी पहले मछली का कारोबार करते थे. हालांकि अब वो ये काम छोड़ चुके थे. मुकेश सहनी के पिता अपने मकान में अकेले ही रहते थे. मकान भी ऐसा है कि कोई कहीं से भी घुस सकता है. हालांकि बेटे मुकेश सहनी का आलिशान मकान ठीक पिता के मकान के सामने है, लेकिन वो अपने पुराने मकान में ही रहना पसंद करते थे. जिस समय ये हत्या हुई घर पर उनके साथ कोई मौजूद नहीं था. अकेलेपन का फायदा उठाकर बदमाशों ने घटना को आसानी से अंजाम दे दिया. 


डीआईजी बाबू राम ने कहा- हम हत्या के सुराग के बिल्कुल पास


उधर इस घटना के बाद मुकेश सहनी को गहरा सदमा लगा है. सहनी ने कहा है कि वह इस घटना से स्तब्ध हैं. उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है. हालांकि उन्होंने सीएम नीतीश से घटना की उचित जांच की अपील की है. दरभंगा डीआईजी बाबू राम का दावा है कि हम हत्या के सुराग के बिल्कुल पास हैं. जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा. शव को देखने से ऐसा प्रतित होता है कि रंजिश कोई गहरी थी. इसी वजह से इस तरीके से निर्मम हत्या की गई है. 


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