(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे मुकेश सहनी, बोले- 'बिहार में जीते तो तेजस्वी CM और मैं डिप्टी सीएम बनूंगा'
Mukesh Sahani Interview: मुकेश सहनी ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने ये साफ किया है कि हमारे गठबंधन की डील विधानसभा के लिए है.
Mukesh Sahani News: विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख और बिहार सरकार (Bihar Government) के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बड़ा खुलासा किया है. रविवार (07 अप्रैल) को पटना में उन्होंने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. मुकेश सहनी ने एक और बड़ा बयान दिया है जिससे ऐसा लग रहा है कि चुनावी गठबंधन के पीछे सीएम और डिप्टी सीएम पद की भी डील हुई है.
'विधानसभा के लिए है गठबंधन की डील'
एबीपी न्यूज़ से बातचीत में मुकेश सहनी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने ये साफ किया है कि हमारे गठबंधन की डील विधानसभा के लिए है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी सीएम बनेंगे और हम डिप्टी सीएम बनेंगे. उन्होंने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे. तीनों सीटों पर उनके उम्मीदवार होंगे.
'बिहार में बनी सरकार को निषाद को मिलेगा आरक्षण'
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि बिहार में सरकार बनी तो निषाद समाज को आरक्षण मिलेगा. उन्होंने कहा कि हमारे पिता मछली मारते थे. अगर एक दिन मछली ना मार पाए तो खाने को नहीं होता था. उन्होंने कहा कि हम समस्या दूर करने के लिए निकले हैं.
'ऐन वक्त पर साथ हो गए नीतीश कुमार'
आगे बातचीत में मुकेश सहनी ने कहा कि मैंने दिसंबर में अमित शाह से मुलाकात की थी. निषाद समाज को आरक्षण देने पर सहमति बनी, लेकिन ऐन वक्त पर नीतीश कुमार भी साथ हो गए और मुझे भाव नहीं दिया गया. उन्होंने बीजेपी पर हमला बोला. कहा कि तानाशाही की सरकार है. मुकेश सहनी ने कहा कि दस साल घूम कर थक गए, लेकिन फायदा नहीं हुआ तो मैंने नया ठिकाना देखा.
बता दें कि मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी इस बार महागठबंधन के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ेगी. आरजेडी ने अपने कोट से तीन सीट गोपालगंज, पूर्वी चंपारण और झंझारपुर दी है. पहले यह लग रहा था कि एक सीट पर मुकेश सहनी खुद ही चुनाव लड़ेंगे. अब एबीपी न्यूज़ से बातचीत में उन्होंने साफ कर दिया है कि तीनों सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे.
यह भी पढ़ें- 3 सीटों में लालू यादव को कितनी दे पाएंगे मुकेश सहनी? जानिए क्या कहता है समीकरण और वोट बैंक