पटना: बिहार विधान परिषद चुनाव में एनडीए (Bihar NDA) ने मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) की पार्टी वीआईपी (VIP) को एक भी सीट नहीं दी है. 24 सीटों पर होने वाले चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है. गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने जेडीयू (JDU) को 11, बीजेपी (BJP) को 12 और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की पार्टी को एक सीट देने का फैसला लिया गया है. हालांकि, इस फैसले से वीआईपी और हम नेता असंतुष्ट दिख रहे हैं. मंत्री मुकेश सहनी ने खुलकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है. 


मंत्री ने सीएम नीतीश को लिखा पत्र


इसी बीच मंत्री ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को पत्र लिखा है और बिहार विधान परिषद में आरक्षण बहाल करने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में समाजवाद और लोकतंत्र की चर्चा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में भागीदारी के अनुरूप जनप्रतिनिधि का चुनाव हो, ये लोकतंत्र की मूल आत्मा है. यही अम्बेडकर के लेकर कपूर्री ठाकुर के राजनैतिक जीवन तक का एक सर्व सम्मत राजनैतिक और संवैधानिक सिद्धांत है, जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी भागीदारी. 


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उन्होंने कहा, " बिहार विधान परिषद के जनप्रतिनिधियों में समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना आज की बहुत बड़ी जरूरत है. गौरतलब है कि वर्तमान में विधान परिषद में सदस्यों के चुनाव में सामाजिक न्याय व वर्गीक भागीदारी की कोई व्यवस्था नहीं है. इसलिए निवेदन है कि समाज के सारे वर्गों को लेकर चलना हम अपनी जिम्मेदारी समझें और अविलम्ब बिहार विधान परिषद में आरक्षण बहाल करने की प्रक्रिया प्रारंभ करने की कृपा करें. इस काम के लिए राजनैतिक, सामाजिक व व्यक्तिगत तौर पर मैं और मेरी पार्टी आपके साथ है." 


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