मुंगेर: बिहार के मुंगेर में 27 अक्टूबर के रात मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई घटना से नाराज लोगों ने गुरुवार को जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. अनुराग के लिए न्याय की मांग को लेकर मुंगेर के सैकड़ों युवा सड़क पर उतरे और प्रदर्शन करते हुए एसपी कार्यालय पहुंचे. प्रदर्शन कर रहे युवा एसपी कार्यालय और एसडीओ आवास का घेराव कर जमकर पथराव कर रहे हैं. इस हिंसक प्रदर्शन में पुलिस की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं.


दरअसल, बिहार के मुंगेर में 27 अक्टूबर की रात प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों में झड़प हो गई थी. झड़प इतनी बढ़ गई कि इस दौरान कई राउंड गोलियां चली, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए थी. वहीं, इस घटना में कोतवाली प्रभारी समेत तीन जवान भी घायल हो गए थे.


मुंगेर जिला में प्रथम चरण में ही तीनों विधानसभा क्षेत्र जमालपुर, तारापुर और मुंगेर में मतदान होना था. इसको लेकर प्रशासन प्रतिमा विसर्जन जल्द करवाना चाह रही थी. इस दौरान शादीपुर की प्रतिमा विसर्जन के लिए धीमें रफ्तार से बढ़ रहे मजमें को दीनदयाल चौक के पास जब प्रसासन ने तेजी से बढ़ने पर जोर दिया तो पब्लिक विरोध करने लगी. इसी दौरान स्थिति उग्र हो गई, और स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज शुरु कर दी और पब्लिक ने पथराव.


इस दौरान स्थिति इतनी उग्र हो गई कि गोलियां चलने लगी, इस गोलीबारी में कोतवाली थाना क्षेत्र के लोहा पट्टी निवासी 22 वर्षीय अनुराग कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. इस गोलीबारी में 7 और लोग घायल हैं, जिसमें एक की गंभीर स्थिति देखते हुए उसे इलाज के लिए भागलपुर रेफर किया गया है, अन्य का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.