Munger Crime: बिहार की मुंगेर जिला पुलिस ने बुधवार को दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश किया है. साथ ही हत्याकांड के आरोप में एक पत्रकार सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी पत्रकार कुख्यात अपराधी पचास हजार के इनामी पवन मंडल का आपराधिक कारोबार संभाला था. एसपी सैयद इमरान मसूद ने मामले का खुलासा किया है.


बीती 13 जुलाई को मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बांक मोड़ के समीप दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि जिले में टॉप-10 अपराधियों में शामिल पवन मंडल के इशारे पर दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया गया था. इसके बाद से पवन मंडल फरार चल रहा है. उसके अपराधिक करोबार को सफिया सराय थाना क्षेत्र के फरदा गांव का पत्रकार अभिषेक कुमार संभाल रहा था.


पत्रकार ने की थी हत्याकांड की पूरी प्लानिंग
मृतक मनजीत मंडल की हत्या की पटकथा फरवरी महीने में ही लिखी गई थी और घटना को अंजाम देने के लिए अभिषेक लगातार अपराधियों के संपर्क में था. पुलिस ने घटना में नामजद अपराधी नवीन तांती उर्फ लुल्हा को गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि पत्रकार अभिषेक कुमार से हत्या को लेकर डील हुई थी.


इसके बाद पुलिस ने आरोपी अभिषेक को उसके घर से उठाकर पूछताछ की. अभिषेक ने पवन मंडल के इशारे पर पूरी घटना की प्लानिंग की बात स्वीकार की. शूटर को कहां भेजना है, पैसे देने, गाड़ी और हथियारों को ठिकाने लगाने की सारी प्लानिंग अभिषेक ने ही की थी. पुलिस ने अमरजीत उर्फ डेविड और सनी उर्फ भानु को भी फरदा गांव से ही गिरफ्तार किया है. इन सभी को अभिषेक ने हत्याकांड में शामिल किया गया था. पुलिस ने घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है.


12 लाख में हुई थी हत्याकांड की पूरी डील
मुंगेर एसपी ने बताया कि इस घटना में करीब 12 लाख रुपये में डील हुई थी, जिसे शूटर के अलावा बाइक खरीदने रेकी करने में लगाया गया था. एसपी ने बताया कि इसमें मुख्य आरोपी अभिषेक ही है, जिसने इस पूरे घटना को प्लानिंग के तहत अंजाम तक पहुंचाया. उन्होंने बताया कि पुलिस को घटना के बाद से ही अभिषेक पर शक था, लेकिन सबूत नहीं होने की वजह से पुलिस लगातार उसकी गतिविधि पर निगरानी रख रही थी.


उन्होंने बताया कि अभिषेक के पास से 2 मोबाइल भी बरामद किए गए है, जिससे घटना की पूरी प्लानिंग के दौरान पवन मंडल से बात कर की गई थी. एसपी ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच करने वाले सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा. बता दें कि पत्रकार अभिषेक कुमार मुंगेर से एक निजी न्यूज चैनल के लिए काम करता था. उसने नमस्ते बिहार के नाम से अपना यूट्यूब चैनल भी बनाया था, जिसके जरिए उसने अपराधियों और पुलिस अधिकारियों से पहचान बनाई थी. 


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