मुजफ्फरपुर: जिले में सदर थाना क्षेत्र में पिछले 3 सितम्बर की रात डकैती के दौरान एक युवती की डकैतों की ओर से अपहरण कर लेने के सम्बंध में परिजनों की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी. मामला प्रकाश में आने के बाद पूरे मामले को सियासी रंग दिया जा रहा था. इधर, जिला पुलिस भी जोर-शोर से लड़की को बरामद करने में लग गई थी. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर पुलिस ने कथित तौर पर अपहृत युवती को दिल्ली से एक युवक के साथ बरामद कर लिया है.


परिजनों ने रची थी झूठी साजिश


मिली जानकारी अनुसार युवती 2 सितम्बर की रात खुद ही एक युवक के साथ घर से भाग गई गयी थी, जिसके बाद 3 सितम्बर की रात घर लूट की झूठी कहानी रची गई और एफआईआर कराया गया. इसके बाद 4 सितम्बर को परिजनों द्वारा सड़क जाम कर रात में घर में डकैती और युवती के अपहरण को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन किया गया था. वहीं महिला आयोग की टीम भी पीड़ित के घर आई थी.


पुलिस ने युवक को किया गिरफ्तार


लेकिन, इस मामले में सिटी एसएसपी जयंत कांत ने युवती के बरामदगी के साथ-साथ बड़ा खुलासा किया है. वहीं इस मामले में एक युवक की गिरफ्तारी के साथ ही बरामद युवती का 164 के तहत न्यायालय में बयान दर्ज कराया जा रहा है.


डकैती के दौरान नकदी लूट की बात झूठ


मामले के संबंध में बताते हुए एसएसपी ने कहा कि जिले के सदर थाना क्षेत्र में जो किडनैपिंग का केस हुआ था, वह किडनेपिंग नहीं था. लड़की अपने एक जान पहचान वाले लड़के के साथ घर से 2 सितम्बर को चली गयी थी. इसके अलावा यह भी बोला जा रहा था कि डकैती के दौरान घर से काफी जेवरात और नगदी लूट ली गयी थी. जबकि पुलिस के पूछताछ में लड़की ने बताया कि जब वो अपने घर से गई थी तो केवल 9 हजार रुपये लेकर गई थी. जबकि पूर्व में प्राथमिकी में 50 हजार नगद और गहनों के लूट की बात बताई गई थी, जो गलत है.


परिजनों पर की जाएगी कार्रवाई


उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट हो चुका है कि लड़की अपनी मर्जी से घर से गई थी. पुलिस ने दोनों युवक-युवती को दिल्ली से बरामद किया है. ऐसे में अगर परिजनों को इस बात की जानकारी थी और उन्होंने जानकर ऐसा एफआईआर कराया है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.


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