Muzaffarpur Kidnapping Case: डाक्टर पुत्र अपहरण मामले का पुलिस ने किया खुलासा, आरा की गाड़ी ने खोल दिया राज
Bihar News: मामला कांटी थाना क्षेत्र का है. डाक्टर पुत्र अपहरण मामले में मुजफ्फरपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. इस मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस जुट गई है.
मुजफ्फरपुर: जिले के कांटी थाना क्षेत्र के डाक्टर पुत्र अपहरण मामले (Muzaffarpur Kidnapping Case) को पुलिस ने 15 घंटों में खुलासा कर दिया है. किराएदार द्वारा अपहरण की योजना रची गई थी. इस अपहरण कांड में 30 लाख की फिरौती मांगी गई थी. आरा जिले के दियारा क्षेत्र से अपहृत छात्र की बरामदगी हुई है. किराएदार द्वारा अपने साथियों के साथ बैंक लोन चुकाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया था. इंगेजमेंट की पार्टी में डाक्टर पुत्र को बुलाकर अपहरण किया गया था. आरोपी एनटीपीसी (NTPC) में काम करता है.
मास्टरमाइंड किराएदार सहित चार गिरफ्तार
मुजफ्फरपुर चर्चित डॉक्टर एसपी सिंह के पुत्र अपहरण मामले का खुलासा पुलिस ने शनिवार को महज कुछ ही घंटे के भीतर कर दिया. पुलिस ने इस पूरे प्रकरण के मास्टरमाइंड किराएदार समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अपहृत युवक को भी सकुशल बरामद कर लिया है. घटना के बाद से किराएदार युवक रवि पर पुलिस को शक था, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया. पुलिसिया दबिश बढ़ने पर रवि टूट गया और पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया.
अपहृत युवक सकुशल बरामद
इस मामले को लेकर पुलिस ने सबसे पहले रास्ते में लगे सभी सीसीटीवी की जांच की. जिसमें एक संदिग्ध गाड़ी दिखी, जो डाक्टर के पुत्र की रेकी करता दिखा. जिसके बाद उसके नंबर को ट्रेस किया गया तो पता चला कि वो आरा की गाड़ी है, जिसके बाद से पुलिस ने किरदार रवि से सख्ती से पूछताछ की और अन्य अपहरणकर्ताओं को भी धर दबोचा. अपहृत युवक को भी सकुशल बरामद कर लिया है.
पुलिस के लिए बन गई चुनौती थी
घटना के संबंध में एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस के लिए ये पूरी तरह से चुनौती थी. जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी के सर्विलांस के आधार पर पूरे मामले का खुलासा किया है. बता दें कि एक दिन पहले जिले के कांटी थाना क्षेत्र से डाक्टर के पुत्र का अपहरण कर लिया गया था, जिसके संबंध में युवक के परिजनों ने कांटी थाने में सूचना दी थी, जिसके बाद डीएसपी पश्चिम अभिषेक आनंद के नेतृत्व में एसएसपी द्वारा एक टीम को बनाकर मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने का आदेश दिया था. इस मामले का मास्टरमाइंड किराएदार एनटीपीसी में कार्यरत है, जो कि इस डॉक्टर के मकान में विगत पांच सालों से रह रहा था.
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