मुजफ्फरपुर: जानें कौन हैं किसान चाची जिनसे जेपी नड्डा घर जाकर 12 सितंबर को करेंगे मुलाकात
बिहार के मुजफ्फरपुर की राजकुमारी देवी ने आत्मनिर्भर बनकर प्रदेश से लेकर पूरे देश में महिलाओं के लिए एक मिशाल कायम की है. 1990 से खेती-बाड़ी शुरू करने वाली किसान चाची ने लोगों के उस भ्रम को दूर कर दिया कि खेती बाड़ी केवल पुरुष ही कर सकते हैं.
मुजफ्फरपुर: जिले के सरैया प्रखण्ड के आनन्दपुर गांव निवासी पद्मश्री राजकुमारी देवी जो पूरे प्रदेश में किसान चाची के नाम से प्रसिद्ध हैं, उनसे 12 सितम्बर को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुलाकात करेंगे. जेपी नड्डा के आगमन को लेकर सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने किसान चाची को सूचित किया है. वहीं किसान चाची इसे लेकर काफी उत्साहित हैं और उन्होंने जेपी नड्डा के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी है.
महिलाओं के लिए बनी मिसाल
बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर की राजकुमारी देवी ने आत्मनिर्भर बनकर प्रदेश से लेकर पूरे देश में महिलाओं के लिए एक मिशाल कायम की है. 1990 से खेती-बाड़ी शुरू करने वाली किसान चाची ने लोगों के उस भ्रम को दूर कर दिया कि खेती बाड़ी केवल पुरुष ही कर सकते हैं, वो भी बिहार जैसे राज्य में.
किसान चाची के नाम से बिकती है आचार
मालूम हो कि 90 के दशक में समाज के विरोध के बावजूद किसान चाची ने खेती कर एक मिसाल पेश की, जिसके बाद 2002 से स्वयं सहायता समूह बनाकर आचार बनाने का काम शुरू किया. धीरे-धीरे किसान चाची की मेहनत रंग लाने लगी और आसपास के बाजारों में किसान चाची के नाम से आचार बिकने लगी.
2010 में सीएम नीतीश ने की थी मुलाकात
इसका नतीजा यह निकला कि आत्मनिर्भर और स्वाबलंबी महिला के तौर पर उनकी पहचान बन गयी. 14 मार्च 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी किसान चाची से उनके घर जाकर मुलाकात की थी. 2007 में बिहार सरकार ने राजकुमारी देवी को किसान श्री बनाया था. वहीं 11 मार्च 2019 को उन्हें पद्म श्री के सम्मान से सम्मानित किया गया.
आस-पास के लोग हैं काफी खुश
अब बिहार दौरे पर आए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुजफ्फरपुर जाकर किसान चाची से मिलेंगे. इस बात की सूचना मिलने के बाद किसान चाची के घर साफ सफाई की तैयारी चल रही है. साथ ही अचार की पैकिंग भी तेजी से हो रही है. वहीं उनके पूरे परिवार समेत आस-पास के क्षेत्र में सभी काफी खुश हैं.