Bihar: मुजफ्फरपुर रेल SP की पहल, अब पढ़ सकेंगे स्टेशन पर घूमने और कचरा चुनने वाले बच्चे, खुद जुटे IPS कुमार आशीष
Rail Police Pathshala: मुजफ्फरपुर में 'रेल पुलिस पाठशाला' की शुरुआत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की गई. पहले दिन रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने खुद बच्चों को पढ़ाया.

मुजफ्फरपुर: रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष (Rail SP Dr. Kumar Ashish) ने रेलवे स्टेशन पर, अगल-बगल फुटपाथ पर रहने वाले, लावारिस और कचरा चुनने वाले बच्चों के लिए शिक्षा की अलख जगाई है. इस तरह के बच्चे अक्सर पढ़ नहीं पाते हैं. वो कभी स्कूल नहीं जाते हैं. दो वक्त की रोटी के लिए इस तरह का काम करते हैं. ऐसे बच्चों के बीच अब रेल एसपी डॉ. कुमार अशीष और उनके अधीनस्थ पुलिस कर्मियों ने शिक्षा की अलख जलाने का बीड़ा उठाया है.
रेल एसपी ने बच्चों को सिखाई एबीसीडी
दरअसल, मुजफ्फरपुर में 'रेल पुलिस पाठशाला' की शुरुआत स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर की गई. रेल पुलिस ने एक शानदार पहल की है. शुरुआत के बाद पहले दिन (15 अगस्त 2023) ऐसे बच्चों की सबसे पहले सूची बनाई गई. स्टेशन पर ही उन्हें पढ़ाने की व्यवस्था की गई. पहले दिन रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने खुद बच्चों को पढ़ाया. छोटे-छोटे बच्चों को पहले दिन एबीसीडी (ABCD) सिखाई. सभी बच्चों को बैग, किताब, कॉपी समेत आदि चीजें दी गईं.
क्या कहते हैं रेल एसपी कुमार आशीष?
बच्चों को पढ़ाने के बाद रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने मीडिया से बात की. इस दौरान कुमार आशीष ने बताया कि 'रेल पुलिस पाठशाला' की शुरुआत की गई है ताकि जिन बच्चों को शिक्षा नहीं मिल पाई है उन बच्चों को शिक्षा मुहैया कराई जा सके. वह आगे चलकर अच्छे नागरिक बन सकें. अच्छी शिक्षा-दीक्षा ले सकें. आगे इन बच्चों का स्कूल में एडमिशन भी कराया जाएगा ताकि यह बच्चे आगे चलकर समाज में एक अच्छे नागरिक बनें. स्टेशन पर ऐसे बच्चे जो आगे चलकर अपराध और अन्य अनैतिक कार्यों से जुड़ जाते हैं वे समाज में बढ़िया पहल कर सकें. अब डॉक्टर कुमार आशीष की इस पहल की जमकर सराहना की जा रही है.
यह भी पढ़ें- Bihar Good News: रग्बी फुटबॉल टीम में सुपौल की बेटी का चयन, परिवार में खुशी, 29 खिलाड़ियों में छठे स्थान पर अंशु
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

