Nagaland Election 2023:बिहार में दोस्ती, बाहर कुश्ती! JDU और RJD नागालैंड में अलग-अलग उतारेगी उम्मीदवार
JDU RJD Fights in Nagaland Assembly Election 2023: नागालैंड में 27 फरवरी को चुनाव होगा. दो मार्च को मतगणना होगी. नागालैंड में नीतीश की पार्टी पहले भी लड़ चुकी है.
पटना: नागालैंड में विधानसभा चुनाव 2023 (Assembly Election 2023) की घोषणा हो गई है. 27 फरवरी को चुनाव होगा. दो मार्च को मतगणना होगी. नागालैंड में चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में भी राजनीति गरमा गई है. बिहार में महागठबंधन की सरकार है लेकिन बिहार से बाहर जेडीयू और आरजेडी साथ नहीं है. दोनों पार्टियों ने नागालैंड में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हालांकि नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी पहले भी नागालैंड में अपना प्रत्याशी उतार चुकी है.
2018 में जेडीयू ने नागालैंड विधानसभा चुनाव में 13 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था. एक सीट पर जेडीयू को सफलता मिली थी. 12 सीट पर पार्टी हार गई थी. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से घोषणा की गई है कि नागालैंड में प्रत्याशी उतारे जाएंगे. अब इसमें शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि कितने सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा. जेडीयू के साथ नागालैंड में गठबंधन रहेगा या नहीं रहेगा. शक्ति यादव ने यह भी कहा कि आरजेडी की नजर अन्य प्रदेशों में भी है जहां चुनाव हो रहे हैं. सूत्रों के अनुसार आरजेडी 11 सीटों पर नागालैंड में प्रत्याशी उतारेगा.
जेडीयू ने कहा- हम पहले भी नागालैंड में लड़ चुके हैं
नागालैंड में होने जा रहे चुनाव में गठबंधन से संबंधित सवाल पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि नेशनल कमेटी और राष्ट्रीय अध्यक्ष के लोग विस्तार से बताएंगे. उमेश कुशवाहा ने कहा कि हम नागालैंड चुनाव लड़ेंगे. राष्ट्रीय कमेटी बताएगी कि आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे या नहीं. कितनी सीटों पर हम लोग चुनाव लड़ेंगे लेकिन यह तय नहीं हुआ है. पहले भी 2018 में हमारी पार्टी नागालैंड में उम्मीदवार उतार चुकी है.
तहसीलदारी का खेल खेलती है जेडीयू और आरजेडी: बीजेपी
नागालैंड में आरजेडी और जेडीयू की ओरे से उम्मीदवार उतारे जाने पर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जो बिहार में अपने बलबूते चुनाव नहीं लड़ पाते हैं, बिना गठबंधन के सहयोग के अपने स्टेट में जनता के विश्वास को नहीं जीत पाते हैं वह दूसरे राज्य में चुनाव क्या लड़ेंगे? चुनाव के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति के लिए, चुनाव के नाम पर तहसीलदारी करने के लिए यह सब किया जा रहा है. सब लोग समझते हैं कि चुनाव के नाम पर यह लोग क्या खेल खेलते हैं. आरजेडी जेडीयू को पीछे करना चाहता है. इन दोनों के कंपटीशन में बिहार पीछे होते जा रहा है.
यह भी पढ़ें- Bihar Politics: 'बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के बाद JDU तोड़ तेजस्वी यादव बनेंगे CM', बीजेपी ने की भविष्यवाणी