नालंदा: बिहार शरीफ सदर अस्पताल परिसर में उस समय अफरातफरी मच गई जब उत्पाद विभाग के एक पुलिसकर्मी और वकील आपस में भिड़ गए. दोनों के बीच हाथापाई भी हुई. पुलिस ने वकील पर बेल्ट से पिटाई करने का आरोप लगाया तो दूसरी ओर पुलिसकर्मी पर वकील ने कॉलर पकड़ने का आरोप लगाया. इस बीच कहासुनी शुरू हुई और दोनों भिड़ गए. घटना मंगलवार (2 मई) की है.


क्या है पूरा मामला?


उत्पाद विभाग की टीम ने मंगलवार की सुबह नूरसराय थाना इलाके के अंधना गांव से शराब के मामले में एक किशोर को पकड़ा. उसे थाना लाया गया था. बाल सुधार गृह भेजने से पहले किशोर की मेडिकल जांच करानी थी इसलिए उसे सदर अस्पताल लाया गया. वकील किस काम से सदर अस्पताल पहुंचा था अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया लेकिन वकील का कहना था कि कोर्ट के आदेश के बाद उसे किशोर के साथ मेडिकल जांच के समय साथ रहने के लिए आदेश दिया गया है.


वकील जितेंद्र कुमार ने बताया कि उत्पाद विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए किशोर की पिटाई की गई थी. किशोर को जेजेबी कोर्ट में प्रस्तुत किया गया था तो उस समय बालक ने पिटाई के बारे में बताया था. जांच के आदेश के बाद दोबारा मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजने की बात कही गई. जांच के आदेश पर उन्हें भी साथ रहने का आदेश दिया गया था. मेडिकल जांच के समय उत्पाद विभाग की पुलिस अपने मोबाइल में फोटो खींची थी. मना करने पर उनका कॉलर पकड़ लिया तब विवाद बढ़ गया.


मामला जो भी हो जांच की जाएगी


इस मामले में उत्पाद विभाग के दारोगा अंजनी कुमार ने बताया कि मेडिकल जांच के लिए किशोर को कोर्ट के आदेश के बाद सदर अस्पताल भेजा गया था. जांच के समय वकील द्वारा डिस्टर्ब किया जा रहा था. उन्हें सूचना पुलिसकर्मी के द्वारा मिली कि सदर अस्पताल में पुलिसकर्मी के साथ मारपीट और पुलिस की वर्दी को फाड़ दिया गया है. बेल्ट से पिटाई की गई है. मामला जो भी हो जांच की जाएगी.


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