नालंदा: स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav) स्वास्थ्य विभाग (Bihar Health Department) में सुधार को लेकर दावे तो कर रहे हैं, लेकिन इसकी तस्वीर कुछ और ही देखने को मिलता है. नालंदा के सदर अस्पताल (Nalanda Sadar Hospital) में रविवार को इलाज कराने के लिए एक मरीज को परिजनों ने उसे ठेला (Trolley) से लेकर पहुंचे, मरीज को इमरजेंसी वार्ड के अंदर तक ठेले से ही पहुंचाया गया. इसकी वीडियो सोशल मीडिया ( Social Media) पर वायरल हो रहा है. ये वीडियो स्वास्थ्य विभाग को लेकर कई सवाल खड़ा कर रहा है.


ठेला से मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे परिजन


बिहार शरीफ के कमरुद्दीनगंज मोहल्ला के निवासी राजीव प्रसाद की पत्नी को प्रसव पीड़ा हुआ, तो अनान- फानन में परिजनों ने 112 पर कॉल किया, लेकिन परिजनों को जवाब मिला, इस समय अभी कोई भी एंबुलेंस खाली नहीं है. इसके बाद परिजनों ने ठेले से ही मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंच गए. सदर अस्पताल में आने के बाद भी स्ट्रेचर नहीं मिला. परिजनों ने वैसे ही मरीज को इमरजेंसी वार्ड में लेकर गए, लेकिन इस दौरान अस्पताल के तरफ से कोई व्यवस्था नहीं की गई.


पहले भी उठ चुके हैं सवाल


वहीं, सदर अस्पताल से इससे पहले भी इस तरह की कई तस्वीरें सामने आई हैं. कुछ दिन पहले ही सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड से एक्सरे रूम तक ले जाने के लिए भी स्ट्रेचर नहीं मिला था. इसके बाद परिजनों ने बीमार महिला को गोद में ही उठाकर एक्सरे रूम में पहुंचाया था. इस तरह के मामले को लेकर पहले भी कई बार सवाल उठते रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन इसको लेकर कोई एक्शन नहीं लेता है. 


तेजस्वी यादव ने दिया था निर्देश


बता दें कि कुछ दिन पहले बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव आधी रात में प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में निरीक्षण करने पहुंच गए थे. इस दौरान उन्हें कई गड़बड़ियां भी मिली थी. इसको लेकर फटकार भी लगाई थी और बाद में सभी जिलों के सिविल सर्जन के साथ बैठक कर कई निर्देश भी दिया था. उन्होंने मिशन 60 में सबकुछ ठीक करने को कहा था. अब 60 दिन बीत जाने के बाद भी इस तरह की लापरवाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं.