नालंदा: बिहार में अलग-अलग तरीके से जालसाज अपने धंधे में लगे हैं. नालंदा में ठगी एक मामला सामने आया है जिसको जानकर आप चौंक जाएंगे. लहेरी थाने की पुलिस ने गुरुवार (5 अक्टूबर) को एक ठग गैंग का खुलासा किया है. गैंग के सदस्य रुपये दोगुना करने का झांसा देते थे. गिरोह के चार सदस्यों को बुधवार (4 अक्टूबर) की रात गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से नकली नोटों से भरी अटैची भी मिली है. 


बताया जाता है कि लहेरी थाना क्षेत्र के मछली मार्केट निवासी विनोद चौधरी से रुपये दोगुना करने के लिए ठग ने 12 लाख रुपये लिए थे. इसके बदले में अटैची में असली नोट और उसके साथ नीचे कागज की गद्दी रख दी. इसके बाद वापस कर दिया. इसके बाद लहेरी थाने में पीड़ित ने शिकायत की. पुलिस तुरंत कार्रवाई में जुट गई. इसके बाद बिहारशरीफ और मरांची में छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. 


ठग गिरोह के सदस्य कैसे करते थे काम?


इस पूरे मामले में आरोपी ने पुलिस को बताया कि लोगों से दो महीने में नोट दोगुना करने के नाम पर पैसा लेते थे. दो महीना पूरा होने के बाद भीड़भाड़ वाली जगह बुलाकर अटैची में ऊपर से असली नोट दिखाकर अंदर कागज की गद्दी भरकर दे देते थे ताकि वो भीड़ वाले इलाके में पैसा चेक नहीं कर सकें. हम लोग जगह बदल कर फिर यही काम करते थे. 


लहेरी थाने के दारोगा धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि फ्रॉड ने रुपये दोगुना करने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी की थी. पीड़ित जब घर जाकर देखा तो अटैची में नकली नोटों के बारे में पता चला. फिर उसने ठग को फोन लगाया तो कहा गया कि वह कार्बन पेपर देगा. सिंगापुर से केमिकल आएगा जो कार्बन पेपर पर डालते ही सोना हो जाएगा. पीड़ित ठग के झांसे में आ गया था. इसके बाद ठग ने पांच लाख रुपये की फिर मांग कर दी तो पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ. इसके बाद उनसे में थाने में शिकायत की थी.


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