Bihar Violence: बिहार के सासाराम और बिहारशरीफ (Bihar Sharif) में रामनवमी (Ramnavmi) पर हुई हिंसा की खबर हर जगह है. लेकिन सच्चाई ये है कि पूरा भारतीय समाज एक ताने-बाने की तरह है. सभी आपस में एक दूसरे से जुड़े है. बिहारशरीफ में जिस शोभायात्रा पर पथराव की घटना घटी थी. उसका आयोजन बजरंग दल की ओर से किया गया था और जिस रथ पर भगवान राम विराजे थे, उसे एक मुसलमान (Musalman) चला रहा था. 


मुसलमान के रथ पर थे भगवान राम


रामनवमी की इस शोभा यात्रा में बजरंग दल ने बिहार शरीफ के मशहूर मोहम्मद फेंकू रथ वाले का रथ लिया था. इसी रथ पर प्रभु राम विराजे थे. मोहम्मद फेंकू खुद रथ चला रहा था. पत्थरबाजी होने और दंगा भड़काने पर फेंकू ने खुद भगवान की प्रतिमा को सुरक्षित करवाने में मदद की और फिर जान बचाने के लिए छिप गया. पुलिस की मदद से काफी देर बाद रथ को बाहर निकला गया. उसने बताया कि वह सबसे आगे चल रहा था. अचानक बवाल भड़क उठा और पत्थरबाजी शुरू हो गई. 


पुलिस ने हालात को बताया सामान्य  


आपको बता दें कि 30 मार्च को रामनवमी के जुलूस के दौरान रोहतास जिले के सासाराम में हिंसा भड़क उठी. इसके बाद बिहारशरीफ में भी सांप्रदायिक हिंसा की आग भड़क उठी. इस हिंसा में दोनों जगहों पर अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, दर्जनों लोग घायल हो चुके हैं. हालांकि, पुलिस ने हिंसा पर काबू पाने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. इसके साथ ही सासाराम में बमबारी की खबर को गलत बताया. पुलिस ने बताया कि कुछ लोग बम बना रहे थे, तभी उसमें ब्लास्ट हो गया, जिससे आरोपी जख्मी हो गए. इस मामले में दो लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए अब तक 100 से ज्यादा आरोपियों को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. 


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