सीवान के 3 मुखियों का राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए चयन, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी सम्मानित
National Panchayat Awards: अपनी पंचायतों में बेहतर विकास कार्यों के लिए बिहार के सीवान जिले के 3 मुखियों को सम्मानित किया जाएगा. इसको लेकर जिले में खुशी का माहौल है.
National Panchayat Awards 2024: बिहार के सीवान जिले के तीन मुखियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 11 दिसंबर को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान तीनों मुखिया सम्मानित होंगे. इसको लेकर जिले में खुशी का माहौल है. सीवान जिले के लकड़ी नबीगंज प्रखंड के बसौली पंचायत के मुखिया भारतेंदु प्रसाद पांडेय, दरौंदा प्रखंड के रुकुंदीपुर पंचायत की मुखिया बबीता देवी और जलालपुर पंचायत की मुखिया बबीता देवी का राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए चयन किया गया है.
बसौली पंचायत का कैसे हुआ चयन?
लकड़ी नबीगंज प्रखंड की बसौली पंचायत को विकास लक्ष्य प्राप्त करने पर चयनित किया गया है. पंचायत में सांसद आदर्श ग्राम योजना फेज (2) के तहत वर्ष 2023/24 से लेकर अब तक लगभग 2 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. पंचायत में महिलाओं के विकास के साथ ही अन्य योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है.
इसमें छठ घाट, गली नली का चौड़ीकरण, हनुमान मंदिर/काली स्थान परिसर में फेवर ब्लाक का कार्य, पीसीसी सड़क का निर्माण, 2022/23 में पंचायत में गर्भवती महिलाओं का प्रसव के दौरान मृत्यु दर शून्य, जीविका का बचत खाता सहित 94 ग्राम संघटन का संचालन, आईसीडीएस की ओर से संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों के उपस्थिति में सुधार, विद्यालय में किशोरियों के नामांकन में वृद्धि, महिलाओं के विकास पर 22 लाख से अधिक राशि से छठ घाट, कचरा उठाव में महिलाओं की भागीदारी, सामुदायिक शौचालय का निर्माण सहित अन्य कार्य प्रमुखता के आधार पर कराए गए हैं.
राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए चयन होने पर मुखिया भारतेंदु प्रसाद पांडेय ने बताया कि ईमानदारी से विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए उनका चयन किया गया है. यह उपलब्धि व्यक्तिगत उपलब्धि के साथ ही साथ पूरी पंचायत के लिए गौरव की बात है.
2000 घरों को मिला शुद्ध पेयजल
दारौंदा प्रखंड के जलालपुर पंचायत की मुखिया बबिता देवी ने अपनी पंचायत में जल पर्याप्त पंचायत थीम पर काम किया. इसमें पीने के लिए पानी और कृषि संबंधित पानी थीम था. जलालपुर पंचायत में 1982 से पीएचडी के द्वारा निर्मित एक जल मीनार है और इस जल मीनार से 6 वार्ड में पानी की सप्लाई होती है. बाद में पीएचडी की ओर से पांच तथा पंचायत स्तर पर नल जल योजना के तहत 3 वार्ड में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई गई. जलालपुर पंचायत के 2000 घरों में शुद्ध पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई गई और कृषि के क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बेहतर कार्य हुआ.
पौधों की सिंचाई के 50 चापाकल लगाए
दारौंदा प्रखंड के रुकुंदीपुर पंचायत की मुखिया बबिता देवी को जल संचयन में बेहतर काम के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है. रुकुंदीपुर पंचायत में जल संचयन के लिए निजी और सरकारी पोखर की बेहतर तरीके से साफ-सफाई कराई गई है. पौधारोपण के साथ चापाकल लगाए गए हैं ताकि पौधों की सिंचाई करने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो. सिर्फ पौधों की देखभाल हो सके इसके लिए रुकुंदीपुर पंचायत में 50 से ज्यादा चापाकल सिर्फ पौधों की सिंचाई के लिए लगाए गए हैं, जबकि 40 सोखते इस पंचायत में बनाए गए हैं और 30 निर्माणाधीन है.
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