Nawada Bihar Cyber Fraud With Akhilesh Singh: बिहार की वारिसलीगंज सीट से बीजेपी विधायक अरुणा देवी के पति और पूर्व जिला पार्षद अखिलेश सिंह से साइबर ठगी हुई है. इलाज के नाम पर जाल में फंसाकर रुपये ठगे गए हैं. साइबर अपराधी ने रिश्तेदार की आवाज में अखिलेश सिंह से फोन पर बात की और मां की बीमारी का हवाला देकर रुपये की मांग की. जालसाज ने स्कैनर भेजा जिस पर उन्होंने 25 हजार रुपये भेज दिए. 


अखिलेश सिंह को ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने उस रिश्तेदार से बात की जिसके नाम से ठगी के लिए फोन आया था. फोन किया तो पता चला कि उस रिश्तेदार की मां का निधन पांच वर्ष पूर्व ही हो गया था. इस मामले में विधायक के प्रतिनिधि शैलेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना मंगलवार (08 अक्टूबर) की है. रात के करीब 9 बजे विधायक के पति के मोबाइल पर फोन आया था. फोन करने वाले ने उनके रिश्तेदार की आवाज निकालते हुए बात की. कहा कि मां अस्पताल में भर्ती है. इलाज के लिए 50 हजार तत्काल चाहिए. परेशानी समझ कर विधायक के पति अखिलेश सिंह ने 25 हजार भेज दिए. ठग ने एक स्कैनर भेजा था.


अखिलेश सिंह के नाम से खौफ में रहते थे लोग


बता दें कि 2000 के दशक में बिहार के चर्चित डॉन अखिलेश सिंह के नाम से कभी नवादा और लखीसराय के साथ-साथ शेखपुरा-जमुई तक के लोग खौफ में रहते थे. अब उन्हीं को बदमाशों ने ठग लिया है. इस मामले में अखिलेश सिंह ने थाने में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है. थाना प्रभारी रुपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. 


एक और युवक से की गई 30 हजार की ठगी


वहीं बीते बुधवार को कुंभी निवासी सुरेश सिंह के पुत्र संजीत कुमार उर्फ भोथू के साथ भी अखिलेश सिंह की तरह ही ठगी हुई. उन्हें भी एक रिश्तेदार (मौसेरे भाई की आवाज में) के नाम पर फोन आया और कहा कि मां अस्पताल में भर्ती है. इलाज के लिए 50 हजार की आवश्यकता है. परेशान संजीत ने कहा कि अभी 30 हजार है. इसके बाद ठग ने एक स्कैनर भेजा और कहा भी को दो बजे तक वापस कर देंगे. इस पर संजीत ने 30 हजार रुपये भेज दिए. 


दो बजे के बाद जब पैसा नहीं आया तो संजीत ने फोन किया. इस पर ठग ने कहा कि उसके अकाउंट से 50 हजार से कम ट्रांसफर नहीं होता है. इसलिए 20 हजार और भेज दो. इतना होने पर संजीत को ठगी का एहसास हुई. पीड़ित ने थाना पहुंचकर शिकायत की है.


यह भी पढ़ें- Gaya News: गया में डायरिया से 3 मौत, गांव में पहुंची मेडिकल टीम, 50 से अधिक अभी भी बीमार