Nawada Fire: नवादा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर में नदी किनारे बसे जमीन पर झोपड़ियों में आग लगाने के मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है. घटना का मुख्य आरोपित नंदू पासवान बिहार पुलिस से हवलदार पद से रिटायर हुआ है. वर्ष 2015 में वह रिटायर हुआ. नंदू पासवान का एक बेटा नागेश्वर पासवान वार्ड 16 का वार्ड सदस्य है जबकि बहू सरिता देवी आंगनबाड़ी सेविका है. वहीं, नंदू पासवान को ग्रामीणों ने दबंग प्रवृत्ति का बताया.


पीड़ित और आरोपी के परिजना का आरोप-प्रत्यारोप


इधर, बहू सरिता देवी का कहना है कि उनके पूरे परिवार को फंसाया गया है. ससुर नवादा में थे जबकि उनका बेटा विक्रम बुधवार को ही पटना से घर आया था. इसके बावजूद पूरे परिवार को झूठे मुकदमे में फंसा दिया गया. उन्होंने कहा कि जमीन उनकी रैयती है. जबरन सभी लोग उस जमीन पर रह रहे थे. दूसरी ओर, घटना के पीड़ित परिवारों का कहना है कि नंदू दबंग प्रवृत्ति का है. अक्सर राह चलते गोली मार देने की धमकी दिया करता था. जब भी खेती का समय आता है तो अज्ञात लोगों को बुलवा कर गांव में गोलीबारी कराता है.


पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में 12 जुलाई को मुफस्सिल थाना में आवेदन दिया गया था. कहा गया था कि खेती का समय आ गया है. ऐसे में लोग पुन: गोलीबारी को लेकर सहमे हुए हैं. इसके बावजूद सुरक्षा के कोई कदम नहीं उठाए गए.


गांव में बढ़ी राजनीतिक चहलकदमी 


वहीं, आगजनी की घटना के बाद गांव में राजनीतिक चहलकदमी तेज हो गई है. गुरुवार को नवादा की विधायक विभा देवी ने गांव में पहुंचकर पीड़ितों से घटना की जानकारी ली और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया. भीम आर्मी से जुड़े लोग भी गांव पहुंचे. बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू, कैलाश विश्वकर्मा आदि ने भी वहां पहुंच कर लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया.


ये भी पढे़ं: Nawada Fire: 'ऐसी घटना करने की हिमाकत...', नवादा अग्निकांड पर चिराग पासवान के दिखे कड़े तेवर