Nawada News: नवादा की पुलिस को एक मामले में बड़ी सफलता मिली है. हिसुआ के अरियन के जयप्रकाश नगर की अपहृत मंजू देवी और उनकी दो बहू सुग्गी देवी और बबिता देवी को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया. वारिसलीगंज के शाहपुर मोड़ से तीनों को बरामदगी हुई. पुलिस ने घटना में संलिप्त चार आरोपितों को भी पकड़ा है, जिसमें दो विधि विरूद्ध बालक शामिल हैं. साथ ही घटना में प्रयुक्त काले रंग की गाड़ी को भी नवादा के न्यू एरिया से बरामद किया गया है. पूरे मामले पर प्रेस वार्ता करते हुए सदर डीएसपी-02 सुनील कुमार ने शुक्रवार को जानकारी दी.


मामले में सदर डीएसपी का आया बयान 


सदर डीएसपी-02 सुनील कुमार ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद लगातार छापेमारी की जा रही थी. वरीय अधिकारी ने एसआईटी टीम का गठन किया गया था. पटना, नालंदा, शेखपुरा और नवादा जिला के 25 जगहों पर छापेमारी की गई. अनुसंधान एवं तकनीकी विशलेषण के क्रम में ज्ञात हुआ कि टून्नी सिंह अपने सहयोगियों के साथ अपहृत महिलाओं को लेकर बार-बार स्थान बदल रहा है. इस क्रम में शेखपुरा के बरबीघा, चौवुआरा, शेखोपुर सराय, नालंदा जिला के सरमेरा, पटना जिला के मराची और नवादा जिला के विभिन्न स्थानों कुल 25 स्थानों पर छापेमारी की गई. पुलिस की दबिश की वजह से आरोपित धरे गए और महिलाओं की बरामदगी हुई.


इन लोगों को किया गया गिरफ्तार 


मामले में आरोपित अरियन गांव निवासी टून्नी सिंह उर्फ अरविंद सिह के बेटे अंकित कुमार, शेखपुरा के शेखोपुर सराय के निमी गांव निवासी स्व. अर्जुन सिंह के बेटे पंकज कुमार को गिरफ्तार किया गया. साथ ही घटना में लिप्त दो विधि विरूद्ध बालक को भी निरूद्ध किया गया है. सदर एसडीओ सुनील कुमार ने बताया कि पूर्व के फौजदारी केस में समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा था जिसे नहीं मानने पर घटना को अंजाम दिया गया. कुछ लेन-देन की भी बातें सामने आ रही हैं. ग्रामीण ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच साल भर से विवाद चल चल रहा था. अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और पूरे अनुसंधान के बाद ही सही तथ्य उजागर हो पाएगा. पुलिस मामले की सघन जांच और पूछताछ की कार्रवाई में जुटी हुई है.


25 अगस्त को हुई थी घटना


जयप्रकाश नगर निवासी रामभजु मांझी के बेटे राजेश मांझी ने 26 अगस्त को हिसुआ थाने में अपनी मां मंजू देवी, पत्नी सुग्गी देवी और भाभी बबिता देवी का बलपूर्वक अपहरण का केस दर्ज कराया था. पुलिस ने एससी/एसटी सहित अन्य धाराओं के तहत 511/24 केस दर्ज किया था. राजेश मांझी के अनुसार 25 अगस्त की सुबह 08 बजे उसकी मां मंजू देवी का अपहरण कर लिया फिर दोपहर लगभग 02 बजे उसकी पत्नी सुग्गी देवी और भाभी बबिता देवी का नवादा एससी-एसटी थाना जाने के दौरान सेराज नगर से अपहरण किया गया था. राजेश के साथ मारपीट की गयी थी. राजेश मांझी ने टुन्नी सिंह उर्फ अरविंद कुमार, गोपाल कुमार, सुदामा कुमार और अंकित कुमार पर आरोप लगाया था.


एक्शन में आई पुलिस


गौरतबल है कि घटना के 48 घंटे के बाद महिलाओं की बरामदगी नहीं होने पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने हिसुआ थाने का घेराव किया था. इसके पहले नगर में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जुलूस निकाला था. घेराव और प्रदर्शन के बाद पुलिस काफी सक्रिय होकर मामले के उद्भेदन और महिला की बरामदगी में जुट गयी थी.


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