नवादा: बिहार के नवादा में जहर खाने से एक ही परिवार के छह लोगों की हुई मौत के बाद अब धीरे धीरे इसमें कई खुलासे भी हो रहे हैं. शुक्रवार को मिर्जापुर मोहल्ला स्थित बिहारी घाट पर सबका अंतिम संस्कार किया गया. दिल्ली से पहुंचे बड़े बेटे अमित ने शवों को मुखाग्नि दी. इसके बाद मीडिया से बातचीत में उसने कहा कि पापा से अक्सर उसकी बात होती थी. वे बताते थे कि जिनसे उन्होंने कर्ज लिया है. कर्ज देने वाले अक्सर परेशान कर रहे थे. जीना मुश्किल हो गया था.


अमित ने खुलासा किया कि कर्ज देने वाले उसके भाई और बहन (मृतक केदार के बेटा-बेटी) को उठा लेने की धमकी दे रहे थे. खास कर मनीष सिंह नाम का शख्स ज्यादा परेशान करता था. लोग उसको टाइगर के नाम से भी बुलाते हैं. अमित ने पुलिस से ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है. बता दें कि पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे पूछताछ की है.


पिता ने सुसाइड नोट में भी लिखे थे कई नाम


परिवार के मुखिया केदार ने आठ नवंबर को सुसाइड नोट लिखा था. उसमें भी कई कर्ज देने वालों के बारे में जिक्र किया था. शहर के न्यू एरिया मोहल्ले के मनीष सिंह का नाम लिखा था जिसके बारे में अमित ने भी खुलासा किया है कि वो उठवा लेने तक की धमकी देता था. इसके अलावा उसके पिता ने विकास सिंह, विजय सिंह, टुनटुन सिंह खटाल, डॉ. पंकज सिन्हा और गढ़ पर मोहल्ले के रणजीत सिंह का नाम लिया था जिनसे उन्होंने कर्ज लिया था.


भैया सब खत्म हो गया...


अमित ने बताया कि अक्सर उसकी पिता से बातचीत होती थी. उसे बहुत कुछ जानकारी मिलती भी थी. अमित ने कहा कि अंतिम बार भाई से उसकी बात हुई थी. पूछा कि सब ठीक है तो कहा था कि हां सब ठीक है. बहन से बात हुई थी तो उसने कहा था कि भैया सब खत्म हो गया. सब लोगों ने सुसाइड कर लिया. अमित ने अंत में कहा कि ऐसा काम नहीं करना चाहिए. जिसने गलती की है अब उसे सजा मिलनी चाहिए.


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