(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Nawada News: पुलिस अभिरक्षा में दो युवकों की पिटाई का मामला आया सामने, जबरन जुर्म कबूल कराने का बनाया दबाव
नवादा के मंडल कारा के सुरक्षा में तैनात बीएमपी जवान संदीप तमांग की हत्या मामले में पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है.
नवादा: मंडल कारा के सुरक्षा में तैनात बीएमपी जवान हत्याकांड मामले में पुलिस ने तीन युवकों को पकड़ा है. पकड़े गए युवकों में नगर के गढ़पर मोहल्ला का निरंजन कुमार, छोटू उर्फ दीपक और राहुल कुमार शामिल हैं. गुप्त सूचना और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर तीनों को पकड़ा गया है. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. मंगलवार की शाम पुलिस अभिरक्षा में निरंजन और दीपक को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. दोनों के शरीर पर चोट के गहरे निशान हैं. पिटाई के कारण शरीर पर काले-काले दाग उभर गए हैं. वहीं, पुलिस इस मामले पर भी कुछ भी बोलने से कतरा रही है.
इधर, स्वजनों ने पुलिस अभिरक्षा में निरंजन और दीपक की बुरी तरह पिटाई का आरोप लगाया है. निरंजन की पत्नी संगीता देवी, दादी कमला देवी ने कहा कि मंगलवार की सुबह खरीदी बीघा से गिरफ्तार किया गया. तब घर वालों से कहा गया कि पूछताछ के बाद शाम में छोड़ दिया जाएगा. शाम में सूचना मिली कि उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस कर्मियों ने जबरन जुर्म कबूल करने को लेकर निरंजन की बुरी तरह पिटाई की है.
नशे की हालत में बीएमपी जवान को पहुंचाया मंडल कारा
निरंजन की पत्नी संगीता ने बताया कि उनके मायके झारखंड के गिरिडीह जिले के खोरी महुआ किस्को में भी पुलिस ने परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की है. परिवार की महिला सदस्यों को भी नहीं बख्शा. निरंजन के परिवार वालों ने मीडिया के समक्ष स्वीकार किया कि नशे की हालत में बीएमपी जवान को मंडल कारा के पास पहुंचाया था. सीसीटीवी फुटेज की जांच में यह पता चल सकता है, लेकिन जवान की मौत में उसका कोई हाथ नहीं है. इधर, दीपक के परिवार वालों ने बताया कि वह टीबी की बीमारी से ग्रसित है.
पानी भरे गड्ढे से मिला था जवान का शव
गौरतलब है कि 29 जून को मंडल कारा के समीप पानी भरे गड्ढे से बीएमपी जवान संदीप तमांग का शव बरामद किया गया था. वे झारखंड के रांची के गोरखा कालोनी रोड नंबर 3 सी मोर शिव मंदिर, हटिया के रहने वाला था. घटना के एक सप्ताह पहले जेल सुरक्षा में उनकी प्रतिनियुक्ति की गई थी. 28 जून की शाम वह चाय पीने की बात कहकर जेल से बाहर निकला था. फिर लौटकर वापस नहीं गया. शाम सात बजे जवानों की गिनती के क्रम में भी उपस्थित नहीं हुआ तो खोजबीन शुरू हुई. अगले दिन पानी भरे गड्ढे से शव बरामद किया गया था. मृतक के पुत्र आकाश तमांग ने हत्या की आशंका जताते हुए अज्ञात के खिलाफ नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
एसपी ने गिरफ्तारी से किया इंकार
हालांकि इस मामले पर एसपी डा. गौरव मंगला ने बीएमपी जवान हत्याकांड में किसी की भी गिरफ्तारी से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है.
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